नयी दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री शंकर सिंह वाघेला और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री छगन भुजबल के खिलाफ विभिन्न मामलों में शुरु हुई जांच को कांग्रेस द्वारा ‘‘बदले की राजनीति’’ बताए जाने के आरोप को खारिज करते हुए भाजपा ने आज कहा कि ये सभी मामले संप्रग सरकार के समय के हैं जिन पर जाचं एजेंसियां अपना काम कर रही हैं.
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यहां कहा, ‘‘इन तीनों प्रकरणों में संप्रग शासन के समय में मामले दर्ज हुए थे और जांच चल रही थी. हमारी सरकार उन्हीं के आधार पर मामले को आगे बढा रही है. ऐसे में इनमें कोई राजनीतिक दृष्टिकोण देखना सर्वथा अनुचित है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अगर आज इन मामलों में राजनीतिक बदले की भावना का आरोप लगा रही है तो इसमें उसी की मानसिकता झलक रही है, क्योंकि उसने हमेशा से ऐसा ही किया है.’’
सुधांशु ने कहा, ‘‘ संप्रग शासन में 2जी मामले में पीएसी रिपोर्ट को पलटा गया और जिन राजनीतिक दलों ने ऐसा करने में समर्थन दिया उनके नेताओं के विरुद्ध मामलों को हल्का किया गया. कोयला आवंटन मामले में अदालत में यह हलफनामा देने के बाद भी कि इसकी रिपोर्ट में किसी राजनीति को संज्ञान में नहीं लिया जाएगा, ऐसा किया गया.’’