नयी दिल्ली : संदिग्ध कंपनियों से चंदा हासिल करने के आरोपों के बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने आज रात मांग की कि दिल्ली चुनावों में सभी तीन प्रमुख राजनीतिक पार्टियों की फंडिंग की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) से करायी जाए. ‘आप’ ने कहा कि वह दोषी पाए जाने पर किसी भी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार है.
अपनी फंडिंग में ‘पूरी पारदर्शिता’ बरतने की बात पर जोर देते हुए ‘आप’ के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने देर शाम आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सात फरवरी को होने वाले चुनावों से पहले फर्जी आरोप लगा-लगाकर वोटरों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है.
‘आप’ वॉलंटियर एक्शन मंच (अवाम) की ओर से लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए यादव ने ये बातें कही. ‘आप’ से ही अलग होकर बने ‘अवाम’ ने केजरीवाल की पार्टी पर आरोप लगाए हैं कि उसने पिछले साल संदिग्ध कंपनियों से दो करोड रुपये का चंदा लिया.
राजनीतिक पार्टियों को अपनी फंडिंग सार्वजनिक करने की चुनौती देते हुए यादव ने कहा, ‘आप’ की मांग है कि सभी तीनों राजनीतिक पार्टियों (आप, कांग्रेस और भाजपा) की फंडिंग की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो. एसआईटी की निगरानी उच्चतम न्यायालय द्वारा की जाए क्योंकि हम जानते हैं कि सरकार किसी जांच को कैसे प्रभावित कर सकती है.’
यादव ने कहा, ‘अजीब बात ये है कि ‘आप’ के खिलाफ जांच के बजाय भाजपा के मंत्री आज गलत आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि पिछले आठ महीने से फाइलें दबाकर बैठे हुए हैं.’ उन्होंने कहा कि पार्टी ने भाजपा की ऐसी करतूतों का अंदेशा जाहिर किया था और केजरीवाल ने पिछले दिनों इसकी चेतावनी भी दी थी.