नयी दिल्ली: स्पेन ने कहा है कि वह भारत व यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार करार (एफटीए) को पूरा करने के लिए वार्ता में लचीलापन दिखाने के लिए जोर देगा क्योंकि उसका मानना है कि यह करार समूह के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है.
यूरोपीय संघ के सदस्य स्पेन के वाणिज्य मंत्री जेमी गार्सिया लेगाज ने कहा, ‘‘स्पेन भारत के साथ एफटीए का पूर्ण समर्थन कर रहा है. हम यह संदेश यूरोपीय आयोग को देंगे. आखिरी दौर की वार्ता में यूरोपीय आयोग भारत सरकार द्वारा रखी गई कुछ बातों को स्वीकार करने से हिचकिचा रहा था.’’ मंत्री ने कहा कि हम निश्चित रुप से यूरोपीय आयोग को लचीलापन दिखाने पर जोर देने के लिए अपना ‘होमवर्क’ करेंगे. यह यूरोपीय संघ के लिए महत्वपूर्ण है. उनसे प्रस्तावित करार पर वार्ता दोबारा शुरु करने के बारे में उनके देश की राय के बारे में पूछा गया था.
आखिरी बार मई, 2013 में दोनों पक्ष महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेदों को दूर नहीं कर पाए थे. इनमें आईटी क्षेत्र के लिए भारत को डेटा सुरक्षा के लिए सुरक्षित स्थान की मान्यता देने का मुद्दा भी था.लेगाज ने बताया कि स्पेन की कई कंपनियां भारत में निवेश की इच्छुक हैं. ये कंपनियां भारत में बुनियादी ढांचा, द्रुत गति की ट्रेनों, अक्षय उर्जा तथा स्मार्ट शहर परियोजनाओं में भागीदारी करना चाहती हैं.
भारत में निवेश के लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर लेगाज ने कहा कि यह सब भारत में आर्थिक और बुनियादी ढांचा विकास नीतियों पर निर्भर करेगा. यह पूछे जाने पर कि क्या सरकारी स्वामित्व वाली स्पैनिश कंपनी नवनतिया भारत में पनडुब्बी परियोजना के लिए बोली लगाएगी, उन्होंने कहा कि कंपनी का स्थानीय भागीदार के साथ रणनीतिक गठजोड है और उसका मकसद उत्पादों का विकास करना है.