नयी दिल्ली : मैसेंजर ऑफ गॉड का विवाद गहराता जा रहा है. कल सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन के इस्तीफे के बाद आज और आठ सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा एक ही पन्ने पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय को भेजा गया है.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म ‘MSG’ को हरी झंडी दिए जाने के विरोध में सेंसर बोर्ड के सदस्यों मे नाराजगी है. आज इस्ताफा देने वालों में इरा भास्कर, लोरा प्रभु, पंकज शर्मा, राजीव मसंद, शेखरबाबू कंचरेला, शाजी करुण, शुभ्रा गुप्ता और टीजी थायगराजन शामिल हैं. सेंसर बोर्ड में लगी इस्तीफे की झड़ी से सरकार भी फंसती दिख रही है.
इरा भास्कर ने एक टीवी चैनल से साथ बातचीत में कहा कि सेंसर बोर्ड के सदस्यों की बात नहीं सुनी जाती थी जिससे सभी लोगों में नाराजगी थी. आज हमने अध्यक्ष के समर्थन में सूचना और प्रसारण मंत्रालय को एक पत्र भेजा है जिसमें अन्य आठ लोगों का इस्तीफा है.
यह पहली बार नहीं है जब हमारी बात की अनसुनी हुई हो इससे पहले भी बोर्ड की बातों को नजरअंदाज किया जा चुका है. अध्यक्ष लीला सैमसन बोर्ड में कुछ बदलाव लाना चाहतीं थीं लेकिन वह ऐसे करने में समर्थ नहीं रहीं.
इससे पहले सरकार ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन का इस पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है. अधिकारी ने बताया, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सैमसन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
गौरतलब है कि सैमसन ने कल यह आरोप लगाकर विवादों को जन्म दे दिया था कि मंत्रालय द्वारा हस्तक्षेप और दबाव बनाया जाता है और उन्होंने सेंसर बोर्ड से इस्तीफा देने का निर्णय कर लिया है.
उनका इस्तीफा फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम अभिनीत विवादास्पद फिल्म ‘मेसेंजर आफ गॉड’ को मंजूरी दिये जाने की पृष्ठभूमि में आया है जबकि बोर्ड ने इसकी मंजूरी को रोक लिया था.