बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के संचार उपग्रह जीसैट-30 को शुक्रवार तड़के यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया. भारतीय समयानुसार 2 बजकर 35 मिनट पर फ्रेंच गुयाना से एरियन-5 रॉकेट के जरिए इसे रवाना करने का काम किया गया. जीसैट-30 का वजन 3357 किलोग्राम है.
जीसैट-30 इनसैट-4 ए की जगह लेगा और उसकी कवरेज क्षमता अधिक होगी. यह उपग्रह केयू बैंड में भारतीय मुख्य भूमि और द्वीपों को, सी बैंड में खाड़ी देशों, बड़ी संख्या में एशियाई देशों और आस्ट्रेलिया को कवरेज प्रदान करता है. 30 वर्ष की मिशन अवधि वाला जीसैट उपग्रह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए क्रियाशील संचार उपग्रह है.
#Ariane5 Flight #VA251 carrying #GSAT30 and EUTELSAT KONNECT successfully liftoff pic.twitter.com/PLRiMgidPw
— ISRO (@isro) January 16, 2020
जीसैट -30 के संचार पेलोड गको इस अंतरिक्ष यान में अधिकतम ट्रांसपोंडर लगाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है. इसका उपयोग व्यापक रूप से वीसैट नेटवर्क, टेलीविजन अपलिंकिंग, टेलीपोर्ट सेवाएं, डिजिटल सैटेलाइट खबर संग्रहण (डीएसएनजी) , डीटीएच टेलीविजन सेवाओं आदि के लिए किया जाएगा.