फतेहाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के फतेहाबाद में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वोटिंग के पांच चरण हो चुके हैं और अब स्थिति पूरी तरह साफ हो चुकी है. देश के आशीर्वाद से जब 23 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे, तो पता लग जाएगा कि फिर एक बार मोदी सरकार…
रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने विरोधियों पर हमला किया और कहा कि कांग्रेस का अतीत ऐसा है कि राष्ट्र रक्षा में ये कुछ नहीं बोल पाते. 2014 से पहले आए दिन पाकिस्तान हमारे जवानों के साथ बर्बरता करता था, देश में आतंकी हमले होते थे लेकिन तब की केंद्र सरकार सिर्फ बयान देती थी. आप मुझे बताइये कोई राष्ट्र अपनी रक्षा नीति को मजबूत किये बिना विश्व शक्ति बन सकता है क्या? जो राष्ट्र अपनी रक्षा नहीं कर पाता, दुनिया उसकी बात सुनेगी क्या? कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों ने अपनी एक भी सभा में इस विषय पर एक भी बात बतायी है क्या?
पीएम मोदी ने कहा कि अब हमारे सपूत आतंकियों के अड्डे में घुसकर मारते हैं. पहली सर्जिकल स्ट्राइक कर हम जमीन से हमला करने गये. फिर हमने एयर स्ट्राइक की. जो आतंकी पहले हमें डराते थे, वो अब दुबक के बैठे हैं. मसूद अजहर अब ग्लोबल आतंकी घोषित हो चुका है. पाकिस्तान अब मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर है. अपनी 5-6 साल की कोशिश करने के बाद भी कांग्रेस सरकार ऐसा नहीं करवा पायी थी…क्यों? क्योंकि नीयत नहीं थी, नीति साफ नहीं थी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ढकोसला पत्र में कहा है कि दिल्ली में अगर उसकी सरकार बनी तो जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों को जो विशेष अधिकार मिला है, उसे छीन लिया जाएगा. यानी कांग्रेस आतंकवादियों, पत्थरबाजों को खुली छूट देने की बात कर रही है…
रैली में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत माता की जय बोलने पर ऐतराज जताने वाली कांग्रेस अब देशद्रोह का कानून हटाने की भी बात कह रही है. कांग्रेस चाहती है कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को, भारत को गाली देने वालों को, तिरंगे का अपमान करने वालों, नक्सलवादियों के समर्थकों को खुली छूट मिले. उन्होंने कहा कि हमारे घरों के बच्चे जो फौज में, अर्धसैनिक बलों में जाते हैं उसे कांग्रेस और उसके साथी किस नजर से देखते हैं, वो आप सुनोगे तो आपका गुस्सा सातवें आसमान पर जाएगा. कर्नाटक में कांग्रेस के सहयोग से चल रही सरकार के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है उस बयान के बाद देश 100 वर्षों तक स्वीकार नहीं कर सकता. उनका कहना है कि जिनको दो वक्त की रोटी नहीं मिलती है वो अपना पेट भरने के लिए सेना में जाते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने वादा किया था कि वो ओआरओपी लागू करेंगे. इस वादे में उन्होंने 40 साल निकाल दिये. जब ज्यादा दबाव पड़ा तो 2014 के अंतरिम बजट में सिर्फ 500 करोड़ रुपये का प्रावधान कर कह दिया कि हमने इसे लागू कर दिया. कांग्रेस जवानों की आंखों में धूल झोंकती है.अब तक हमारी सरकार 35 हजार करोड़ रुपये ओआरओपी के अंतर्गत पूर्व सैनिकों के खातों में पहुंचा चुकी है. देश की रक्षा करने वालों से झूठ बोलने और उन्हें सम्मान न देने की इनकी सोच के कारण ही कांग्रेस के लोग देश में नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं बना सके. अपने परिवार के लोगों के तो गली-गली में स्मारक बना दिये, लेकिन सैनिको के सम्मान में कोई राष्ट्रीय स्मारक न बना सके.
उन्होंने कहा कि ठण्ड हो, गर्मी हो या कोई भी त्यौहार हों पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. हमारी रक्षा के लिए आजादी के बाद 33 हजार पुलिस वाले शहीद हो चुके हैं. कांग्रेस और उनके महामिलावटियों ने इन्हें कभी सम्मान नहीं दिया.ये काम भी आपके चौकीदार ने किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके आशीर्वाद से किसानों को लूटने वालों को ये चौकीदार कोर्ट तक ले गया है. जमानत के लिए चक्कर काट रहे हैं, ईडी के दफ्तर में जूते घिस रहे हैं. इन्हें जेल के दरवाजे तक तो ले गया हूं, आने वाले 5 साल में अंदर भी कर दूंगा. उन्होंने कहा कि एक तरफ किसानों के हितों के लिए हम पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने झूठ और धोखे की नीति अपना रखी है. कर्जमाफी के नाम पर उसने राजस्थान में, मध्य प्रदेश में किसानों को कैसे छला है, अब इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के राज में समाज का कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं रहा. कांग्रेस न्याय की बात करती है, लेकिन यहां आपने खुद देखा है कि दलित वर्ग से आने वाले अपने अध्यक्ष तक को वो इंसाफ नहीं दिला पायी. 1984 में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में हजारों सिख परिवारों की कांग्रेस परिवार और उसके दरबारियों के इशारे पर हत्या की गई. 34 साल तक दर्जन भर आयोग बने लेकिन सिख समुदाय को इंसाफ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि आपके इस चौकीदार ने सिख समुदाय को इंसाफ देने का वादा किया था, मुझे संतोष है कि सिखों समुदाय के गुनहगारों को सजा मिलना शुरू हो गया है. लेकिन ये बेशर्म कांग्रेस उन लोगों को आज भी ईनाम दे रही है, जो उस पाप में हिस्सेदार रहे हैं. सिख दंगों में जिस पर सवाल उठे, उसे मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उसे आपकी भावनाओं की कोई परवाह नहीं है.