नयी दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र में जैश सरगना मसूद अजहर पर बैन को लेकर चीन ने भारत को पिछले दिनों चौथी बार झटका देने का काम किया लेकिन इसके बाद फ्रांस का साथ भारत को मिला. जी हां , फ्रांस ने मसूद अजहर के आतंकवादी संगठन पर अब खुद से एक्शन लेने का निर्णय लिया है. इस संबंध में फ्रांस के विदेश मंत्री ले ड्रियन ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से फोन पर बातचीत की.
बातचीत के दौरान ड्रियन ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर की संपत्तियां जब्त कर कर उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने की फ्रांस की कार्रवाई से स्वराज को अवगत कराया. विदेश मंत्रालय का कहना है कि ड्रियन ने जैश प्रमुख के खिलाफ फ्रांस द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में स्वराज को जानकारी दी. मंत्रालय का कहना है कि फ्रांस ने अजहर की संपत्तियां जब्त करके राष्ट्रीय स्तर पर उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाया है.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले जैश के प्रमुख अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रयास को चीन ने हाल ही में विफल कर दिया. मंत्रालय के अनुसार, ड्रियन ने स्वराज को बताया कि फ्रांस ने यह मुद्दा यूरोपीय संघ के समक्ष भी उठाया है. उसने कहा, ‘‘उन्होंने दोहराया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस हमेशा भारत के साथ रहा है और आगे भी रहेगा.’
स्वराज ने इस समर्थन के लिए ड्रियन को धन्यवाद दिया और कहा कि आतंकवाद विरोधी मंच पर भारत सहयोग जारी रखने की अपेक्षा करता है.