अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संकेत दिया कि पाकिस्तान में पिछले सप्ताह किये गये हवाई हमले पड़ोसी देश से पनप रहे आतंकवाद के खिलाफ भारत की इस तरह की आखिरी कार्रवाई नहीं है. मोदी ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार लोग अगर पाताल में भी छिपे होंगे तो वह उन्हें खोज निकालेंगे.
पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर 26 फरवरी को भारत के हवाई हमले का परोक्ष जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, अगर एक काम पूरा हो जाता है, तो हमारी सरकार सोती नहीं है, बल्कि दूसरे काम के लिए तैयार रहती है. उनके इस बयान पर मौजूदा श्रोताओं ने समर्थन जताते हुए जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा, बड़े और कठोर फैसले लेने में हम पीछे नहीं रहेंगे. मोदी ने विपक्ष के नेताओं से कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों की छवि खराब नहीं करें और ऐसे बयान देने से बचें जो पाकिस्तान के मीडिया में छा सकते हैं. उन्होंने कहा, हमारे विपक्ष के नेता जो कहते हैं, वो आज पाकिस्तान के अखबार में सुर्खियों में आ जाता है. आतंकवाद पर कठोर रुख अख्तियार करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में इस तरह के कृत्यों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार लोग अगर पाताल में भी छिप गये तो वह उन्हें खोज निकालेंगे.
मोदी ने कहा, उन्हें उनके घर में घुसकर मारना हमारा सिद्धांत है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बालाकोट आतंकी शिविरों पर वायुसेना का हमला पुलवामा के आत्मघाती हमले के जवाब में किया गया. इसे आगामी लोकसभा चुनावों से जोड़कर नहीं देखना चाहिए. उन्होंने कहा, अगर ये चुनाव के लिए किया जाता तो जब हमने पहली सर्जिकल स्ट्राइक (2016 में) की थी तो क्या तब चुनाव थे. अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 2008 में हुए हमले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, क्या उस वक्त दिल्ली में बैठे लोगों को पाकिस्तान में बैठे लोगों को सबक नहीं सिखाना चाहिए था. पिछले सप्ताह जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में कहा था कि भारतीय पायलट अभिनंदन वर्थमान को भारत वापस भेजा जायेगा, इसके कुछ ही मिनट बाद मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा था, अभी अभी एक पायलट प्रोजेक्ट पूरा हो गया. अभी वास्तविक करना है. पहले तो अभ्यास था.