पणजी:कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कांग्रेस को इस बार आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि पार्टी सत्ता की भूखी हो गई थी इसलिए पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में बुरी तरह से हारी. साथ ही उन्होंने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में कहा कि राहुल गांधी में शासक का स्वभाव नहीं है. […]
पणजी:कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कांग्रेस को इस बार आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि पार्टी सत्ता की भूखी हो गई थी इसलिए पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में बुरी तरह से हारी. साथ ही उन्होंने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में कहा कि राहुल गांधी में शासक का स्वभाव नहीं है.
गोवा में दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी में शासक के गुण नहीं हैं. अगर वे लोकसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करते तो देश में अच्छा संदेश जाता. गोवा के एक केबल न्यूज चैनल के साथ बातचीत में दिग्विजय ने उक्त बातें कहीं.
दिग्विजय का यह साक्षात्कार शनिवार को प्रसारित हुआ. कांग्रेस नेता ने कहा, स्वभाव से वह शासक नहीं हैं. उनका स्वभाव उस व्यक्ति जैसा है, जो अन्याय के खिलाफ लड़ना चाहता है.
पार्टी महासचिव दिग्विजय का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब राहुल और उनकी मां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की नेतृत्व क्षमता को लेकर पार्टी के नेता और पार्टी के बागी आलोचना कर रहे हैं.
पार्टी महासचिव व पार्टी के गोवा मामलों के प्रभारी दिग्विजय सिंह पार्टी के कामकाज का जायजा लेने और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों से मुलाकात करने के लिए राज्य के दो-दिवसीय दौरे पर थे.
दिग्विजय के मुताबिक उन्होंने राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका स्वीकारने की सलाह दी थी, लेकिन उक्त जिम्मेदारी पूर्व रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे को दी गई. उन्होंने कहा, लोकतंत्र में विपक्ष का स्थान अनिवार्य है. कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है, हमारे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को यह जिम्मेदारी उठानी चाहिए थी.
दिग्विजय ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि मनमोहन को बेहतर संवाद कायम करना चाहिए था.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार से पार्टी के अंदर ही भारी विरोध शुरू हो चुका है. कांग्रेस के एक अन्य प्रमुख नेता एके एंटनी ने भी शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे को अब वोटरों ने महत्व देना बंद कर दिया है.