नयी दिल्ली : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 से बड़ी जीत का दावा करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि 2019 में देश की जनता को तय करना है कि उन्हें मजबूर सरकार चाहिए या मजबूत सरकार.
अमित शाह ने यह बात एककार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा, देश की जनता को तय करना है, उन्हें मजबूर सरकार चाहिए, जिसकी मजबूरी का फायदा उठाकर सब इकठ्ठा बैठकर भ्रष्टाचार कर सकें, कोई किसी को कुछ न बोले या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐसी मजबूत सरकार चाहिए जो किसी को न छोड़े और देश का विकास करे. महागठबंधन को ढकोसला बताते हुए उन्होंने कहा कि आप ही सोचे कि अगर अखिलेश यादव तेलंगाना में, मायावती आंध्रप्रदेश में, ममता बनर्जी मध्यप्रदेश में, चंद्रबाबू नायडू राजस्थान में चुनाव में उतरते हैं तब चुनाव परिणाम पर क्या गुणात्मक प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि उत्तरप्रदेश में अगर सपा और बसपा साथ आते हैं तो कुछ समस्या आयेगी. शाह ने कहा कि उत्तरप्रदेश में भाजपा का वोट प्रतिशत पहले 45 प्रतिशत रहा है और सपा एवं बसपा का संयुक्त वोट प्रतिशत करीब 51 प्रतिशत होता है. ऐसे में भाजपा को 6 प्रतिशत के अंतर को पाटना है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने प्रतिबद्धता के साथ इस अंतर को पाटने की तैयारी की है और जिसको साथ आना है आये.
एनआरसी पर भाजपा के पूर्ण समर्थन का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश के साधनों और संसाधनों पर इस देश के नागरिकों का ही अधिकार है. सभी पार्टियों को राष्ट्रीय नागरिक पंजी पर अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए. उन्होंने साथ ही जोर दिया कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में पूर्ण बहुमत की भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. पश्चिम बंगाल में उनकी रथ यात्रा रोकने के ममता बनर्जी सरकार के प्रयास के बारे में एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में हमारी आवाज को दबाने का जितना प्रयास किया जायेगा वह उतनी ही मुखरता के साथ बंगाल के गांव-गांव तक जायेगी. उन्होंने जोर दिया कि बंगाल में भाजपा आनेवाले समय में जरूर सरकार बनायेगी.
मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि 70 साल तक देश में टुकड़ों-टुकड़ों में काम हुआ. वर्तमान सरकार ने चार साल में सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाकर देश के गरीबों का जीवन स्तर ऊपर उठाने का काम किया है. अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राम मंदिर पर कांग्रेस को बोलने को अधिकार नहीं है. अब तक राम मंदिर पर फैसला आ जाना चाहिए था. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर अदालत में देरी किये जाने पर जोर दिया था. उन्होंने कहा, हम मानते हैं कि भव्य राम मंदिर का निर्माण तुरंत होना चाहिए. राफेल रक्षा सौदे को लेकर राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए शाह ने कहा, राफेल सौदे में एक कौड़ी का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. मैं पहले भी कह चुका हूं कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष के पास कोई जानकारी है तब उसका स्रोत बतायें.। इस बारे में वह उच्चतम न्यायालय में भी हलफनामा दायर कर सकते हैं.
राबर्ट वाड्रा के करीबियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय के छापे के बारे में कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए अमित शाह ने कहा कि अब समय बदल गया है और अफसर भी समझ चुके हैं कि अब चोरी नहीं चलेगी. बैंकों का कर्ज लेकर देश से भागनेवालों के संबंध में कांग्रेस के आरोप पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जो भागे हैं उनको लोन कांग्रेस के समय दिया गया. कांग्रेस के समय में एक भी नहीं भागा क्योंकि उनको कांग्रेस का संरक्षण था. हमने कठोर कार्रवाई की इसीलिए भागे हैं.