नयी दिल्ली : दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जंग-सूक दुनिया भर में प्रसिद्ध तथा धरती पर मोहब्बत का जीवंत प्रतीक ताजमहल का दीदार करेंगी और लखनऊ में चिकनकारी कढ़ाई शैली के कारीगरों से बातचीत करेंगी. इसके अलावा वह अयोध्या में आयोजित होनेवाले विशाल दिवाली समारोह में हिस्सा लेंगी.
अतीत में आयोध्या की राजकुमारी का विवाह एक कोरियाई राजा से हुआ था. किम पिछली बार यहां दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन के साथ आयी थीं जब इस साल जुलाई में उनका भारत का पहला सरकारी दौरा हुआ था. मून ने अपने दौरे की शुरुआत स्थानीय अक्षरधाम मंदिर से शुरू की थी. दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला चार नवंबर से सात नवंबर तक भारत दौरे पर हैं. दक्षिण कोरिया दूतावास में संस्कृति शाखा के एक अधिकारी ने बताया, पिछले 16 साल में यह पहला मौका है जब दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला राष्ट्रपति के बगैर विदेश यात्रा कर रही हैं. क्वीन हेओ ह्वांग-ओक की किंवदंती दोनों देशों को सांस्कृतिक रूप से एक साथ जोड़ती है. उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के लोगों को आपस में जोड़ने में फायदा होगा. किम मंगलवार को आयोध्या जायेंगी जहां वह महारानी सुरीरत्ना (क्वीन हेओ ह्वांग-ओक) स्मारक निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन समारोह में हिस्सा लेंगी. जुलाई में दोनों देशों ने महारानी सुरीरत्ना के स्मारक के विस्तार के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था.
कोरियाई किंवदंती के अनुसार अयोध्या की राजकुमारी 48 ईस्वी में कोरिया गयी थीं और वहां के राजा किंग किम सुरो से विवाह किया था. बड़ी संख्या में कोरियाई इस पौराणिक राजकुमारी में अपने पूर्वजों का पता लगाते हैं, जिन्हें दक्षिण कोरिया में महारानी हेओ ह्वांग-ओक कहा जाता है. यह माना जाता है कि हेओ और सुरो कर समाधी दक्षिण कोरिया के दक्षिण गेओंग्संग प्रांत के गिफा में स्थित है. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से छह नवंबर को आयोजित होनेवाले दीपोत्सव समारोह में किम मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेंगी. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा, अयोध्या में उत्सवों में पहली महिला की भागीदारी हमारे करीबी सभ्यता के साथ-साथ हमारे दोनों देशों के बीच चल रही गहन भागीदारी को प्रदर्शित करेगी.
वह मंगलवार को लखनऊ में चिकनकारी शैली के कारीगरों से बातचीत करेंगी. इसके बाद वह अयोध्या में भूमि पूजन समारोह तथा दीपोत्सव में हिस्सा लेंगी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि बुधवार को वह आगरा जायेंगी जहां वह ताजमहल का दीदार करेंगी. इस साल जुलाई में किम ने राष्ट्रीय राजधानी में स्थित हुमायूं का मकबरा देखा था और अगले दौरे में ताजमहल का दीदार करने की इच्छा प्रकट की थी.