कोट्टायम (केरल) : पाला की एक अदालत ने नन रेप मामले के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल की जमानत याचिका शनिवार को खारिज कर दी और उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. इधर बिशप की गिरफ्तारी के बाद केरल में जश्न मनाया गया. लोगों ने कोर्ट के फैसले पर भी जश्न मनाया और लड्डू बांटे.
बिशप फ्रैंको मुलक्कल को एक नन के साथ बलात्कार करने और यौन उत्पीड़न के आरोपों में गिरफ्तार किया गया. बिशप को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपराह्न लगभग एक बज कर 15 मिनट पर मजिस्ट्रेट की अदालत में लाया गया. उनके वकीलों ने याचिका दायर की और कहा कि पादरी को जांच टीम ने तीन दिन की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था.
याचिका का विरोध करते हुए पुलिस ने कहा कि मामले में जांच पूरी करने के लिए बिशप को तीन दिन की हिरासत में भेजे जाने की जरूरत है. इसके बाद मजिस्ट्रेट ने बिशप को दो दिन, सोमवार अपराह्न ढ़ाई बजे तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया. इससे पूर्व बिशप को यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से छुट्टी दी गई जहां वह छाती में दर्द की शिकायत के बाद शुक्रवार की रात से भर्ती थे.
Kerala: Celebrations in Kochi following the arrest of rape accused Bishop #FrancoMulakkal. He has been sent to police custody till 24 September. His bail application has been dismissed. pic.twitter.com/n3VSv8pNqZ
— ANI (@ANI) September 22, 2018
एर्नाकुलम के थिरीपुन्नीथुरा में अपराध शाखा कार्यालय से जब बिशप को शुक्रवार की रात को कोट्टायम पुलिस क्लब ले जाया जा रहा था तो 54 वर्षीय पादरी ने अपनी छाती में दर्द की शिकायत की थी. पुलिस यहां पुलिस क्लब से बिशप को पाला की अदालत ले गई.
जून में कोट्टायम पुलिस के समक्ष दर्ज कराई अपनी शिकायत में नन ने आरोप लगाया था कि बिशप मुलक्कल ने मई 2014 में कुराविलांगड में एक अतिथि गृह में उसके साथ बलात्कार किया था और इसके बाद कई मौकों पर उसका यौन उत्पीड़न किया.
नन ने कहा कि उसने पादरी के खिलाफ चर्च अधिकारियों के पास कई बार शिकायत की थी लेकिन उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की और इसके बाद वह पुलिस के पास गई थी. बिशप ने इन आरोपों से इनकार किया है.