नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार और अन्य के खिलाफ धन शोधन का एक मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने बताया कि यह मामला कथित कर चोरी और हवाला लेनदेन मामले के आधार पर दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने शिवकुमार, नयी दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन में कर्मचारी हनुमनथैया और अन्य के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है.
गौरतलब है कि कथित कर चोरी और करोड़ों रुपये के हवाला लेनदेन के मामले में इस वर्ष की शुरुआत में आयकर विभाग ने बेंगलुरू की एक विशेष अदालत में उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. यह मामला उसी आरोप पत्र के आधार पर दर्ज किया गया है. आरोपियों के बयान दर्ज करने के लिए एजेंसी उन्हें जल्द ही समन भेज सकती है. आयकर विभाग ने शिवकुमार और उनके सहयोगी एसके शर्मा पर तीन अन्य लोगों की मदद से आय से अधिक धन नियमित तौर पर हवाला माध्यमों के जरिए लाने – ले जाने का आरोप लगाया है.
अन्य आरोपी- सचिन नारायण, अंजनेय हनुमनथैया और एन राजेंद्र हैं. आयकर विभाग ने आरोप लगाया कि सभी पांचों आरोपियों ने कर चोरी की साजिश रची. विभाग ने कहा कि बीते अगस्त में नयी दिल्ली और बेंगलुरू में छापेमारी के दौरान करीब 20 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति बरामद की गयी, जिसका शिवकुमार से सीधा संबंध है.
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डीके शिवकुमार को आप भी जानें
कर्नाटक चुनाव में डीके शिवकुमार को ही ‘मैन ऑफ द मैच’ के खिताब से पॉलिटिकल पंडितों ने नवाजा था. कर्नाटर में डीके शिवकुमार को ही जीत का असली नायक बताया जाता है. चुनाव के बाद लंबा ड्रामा चला और डीके शिवकुमार ही वो शख्स थे जिन्होंने कांग्रेस-जेडीएस विधायकों को एकजुट बनाए रखा. कई विधायकों का हाथ पकड़ कर वे विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान पहुंचे थे. यदि आपको याद तो सिद्धारमैया सरकार में अवैध खनन के आरोप लगे थे. डीके शिवकुमार पर टैक्स चोरी के भी आरोप लग चुके हैं जबकि उनके भाई पर 66 एकड़ जमीन कब्जा करने का आरोप लगा है.