उत्तराखंड के कुमाऊं से पिछले 24 घंटे में UKSSSC पेपर लीक मामले में एक दर्ज़न गिरफ्तार लोग गिरफ्तार हुए हैं. गिरफ्तार लोगों में उत्तराखंड पुलिस के कांस्टेबल अमरीश गोस्वामी भी शामिल हैं. एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने कहा, स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा कुल 35.89 लाख रुपए बरामद किए गए हैं. वहीं, आगे की जांच जारी है.
जांच में कई नए नाम आए सामने
एसएसपी अजय सिंह ने आगे बताया कि पूछताछ के दौरान कई नए नाम सामने आए थे, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. इनमें एचएनबी मोडिकल यूनिवर्सिटी के क्लर्क दीपक चौहान और भावेश जगूड़ी को बीते दिन एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दीपक चौहान ने आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन कंपनी के कर्मी जयजीत से 36 लाख रुपये में पेपर खरीदा था. बता दें कि यहां अभ्यर्थियों से पेपर हल करने के नाम पर लाखों रुपये ली जाती थी. आरोपी भावेश जगूड़ी भी UKSSSC परीक्षा में शामिल हुआ था, जिसने 573वीं रैंक हासित की थी.
गूगल की मदद से प्रश्नों का किया हल
दोनों आरोपियों ने गूगल की मदद से सभी प्रशनों का हल किया था. एसएटीएफ के अनुसार जब दोनों आरोपियों के मोबाइल नंबरों की जांच की गई,तब दोनों आरोपियों के गूगल हिस्ट्री में सभी प्रश्नों को सर्च करने के साक्ष्य मिले. वहीं, एसटीएफ इस बात की भी जांच कर रही है कि दोनों आरोपियों ने अभ्यर्थियों से कितने पैसे लिए थे.
दोनों आरोपी उपनल कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष
जानकारी के अनुसार आरोपी भावेश जगूड़ी और दीपक चौहान उपनल कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं. भावेश वर्ष 2014 से 2017 और दीपक वर्ष 2017 से 2020 के बीच संगठन के अध्यक्ष पद पर रहा है. भावेश वर्तमान में एचएनबी यूनिवर्सिटी के सामान्य प्रशासन विभाग में कार्यरत है.