नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में बढते असंतोष के बीच आप नेता अरविंद केजरीवाल ने जमीनी स्तर पर पार्टी के ढांचे में फेरबदल करने की घोषणा की और कहा कि वह दिल्ली में सभी व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे.
केजरीवाल ने यह भी स्वीकार किया कि जनता की सलाह के बिना दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर त्यागपत्र देना एक गलती थी. उन्होंने जनता से ‘‘माफी’’ मांगी और उनसे ‘‘एक और मौका मांगा.’’ उन्होंने कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा, ‘‘हमने संगठन का गठन किया है और उसे बूथ स्तर से शुरुआत करनी होगी जिसके लिए बूथ प्रभारी नियुक्त करेंगे. बूथ प्रभारी के अधीन काम करने वाले कुछ कार्यकर्ता होंगे और वह मतदाताओं से सीधे सम्पर्क करने के लिए जिम्मेदार होंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक बूथ प्रभारी पर एक मतदान केंद्र प्रभारी होगा लेकिन जिम्मेदारी बूथ प्रभारी पर होगी और असफल रहने पर उसे हटा दिया जाएगा. लेकिन सरकार गठन के बाद क्षेत्र में विकास कार्य में बूथ प्रभारी का विचार का अधिक महत्व होगा.’’ पार्टी सूत्रों ने कहार कि आप ने लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों से सम्पर्क खो दिया था तथा बूथ प्रभारी पार्टी को फिर से लोगों से जुडने में मदद करेंगे.
केजरीवाल ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से लोगों तक पहुंच बनाने का आह्वान किया क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा निकट भविष्य में कभी भी हो सकती है.