नयी दिल्ली :कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे कुमारास्वामी की मुश्किले बढ़ती जा रही है. कल लिंगायत समुदाय के विधायकों ने उप – मुख्यमंत्री पद की मांग कर दी. वहीं आज कांग्रेस पार्टी से सात बार के मुसलिम विधायक रोशन बेग ने भी डिप्टी सीएम के पद पर दावा जताया है.
वहीं कांग्रेस पार्टी कैबिनेट में भी बड़ा हिस्सा चाहती है. कांग्रेस के पास 78 और जेडीएस के पास 38 विधायक हैं. सूत्रों के मुताबिक 33 कैबिनेट मंत्रियों में से 20 कांग्रेस के कोटे से हो सकते हैं.
बता दें कि जेडीएस नेता और कर्नाटक के भावी मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने सोमवार को दिल्ली पहुंचकर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. यह मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली. बताया जा रहा है कि कांग्रेस एक डिप्टी सीएम लिंगायत समुदाय के शख्स को बनायेगी. ताकि कांग्रेस और जेडीएस को लिंगायत अपना विरोधी न मान लें.
कांग्रेस ने मांगे दो डिप्टी सीएम
सूत्रों के मुताबिक कल कुमारास्वामी ने बैठक के दौरान डिप्टी सीएम के दो पद मांगे गए, लेकिन जदएस की ओर से अभी इसे लेकर कोई सहमति नहीं दी गयी. डिप्टी सीएम के दोनों पदों पर कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता परमेश्वरन और डीके शिवकुमार को बैठाना चाहती है. यह सारी कवायद खेमों में बंटी पार्टी को एकजुट रखने की है. खासकर ऐसे समय जब पार्टी विधायकों के तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है. बताया जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री को लेकर फैसला मंगलवार को बेंगलुरु में दोनों पार्टियों की बैठक के बाद किया जाएगा.
गठबंधन सरकार के सुचारू संचालन के लिए दोनों दलों की एक समन्वयन समिति का गठन होगा. इसमें पांच-छह सदस्य होंगे. इसके अलावा गठबंधन की बड़ी पार्टी होने के नाते विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी से होगा. 23 मई को कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण को लेकर जिस तरीके से विपक्ष के सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है, उससे वहां विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाई देगी। इसे लेकर कांग्रेस और जदएस दोनों ही अपने -अपने तरीके से तैयारी में जुटी हुई हैं.