तिरूचिरापल्ली/चेन्नई : तिरूचिरापल्ली के निकट हेलमेट जांच के एक अभियान के दौरान एक यातायात इंस्पेक्टर ने मोटरसाइकिल नहीं रोकने पर सवार को जानबूझकर गिरा दिया, जिससे उसपर सवार एक गर्भवती महिला की गिरने से मौत हो गयी और उसका पति घायल हो गया. पुलिस ने बताया कि कल शाम हुई इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया और इस दौरान उनका पुलिस के साथ संघर्ष हुआ.
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद आरोपी इंस्पेक्टर कामराज को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे निलंबित कर दिया गया. चेन्नई में मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने आज चार महीने की गर्भवती महिला ऊषा की मौत पर दुख प्रकट किया और उसके परिजन को सात लाख रूपया मुआवजा देने का आदेश दिया एवं घटना की जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने घटना पर स्वत: संज्ञान लिया और तमिलनाडु सरकार से एक रिपोर्ट मांगी. इस घटना की गूंज मद्रास उच्च न्यायालय में भी सुनने को मिली जहां पर सामाजिक कार्यकर्ता ट्रैफिक रामास्वामी ने जल्द सुनवाई करने और इस पर स्वत: संज्ञान लेने और आगे कार्रवाई करने की मांग की.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टुवकुडी टोल प्लाजा पर इंस्पेक्टर ने मोटरसाइकिल को रोकने का प्रयास किया. राजा मोटरसाइकिल चला रहा था और उसने हेलमेट नहीं पहन रखा था. कामराज ने एक अन्य मोटरसाइकिल पर उसका पीछा किया और कथित तौर पर अपने वाहन से दंपत्ति के बाइक पर टक्कर मारी जिससे दंपत्ति नीचे गिर गये.