पाटन : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि एक के बाद एक हर मुद्दे पर उनका पर्दाफाश हो रहा है, इसी वजह से वह गुजरात चुनावों का एजेंडा बदल रहे हैं. पाटन जिले के हरिज में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि मोदी ने कांग्रेस से निलंबित किये जा चुके नेता मणिशंकर अय्यर की ओर से अपने खिलाफ की गयी टिप्पणी का मुद्दा इसलिए उठाया क्योंकि नर्मदा में पानी, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और राज्य में भाजपा के 22 साल के शासनकाल में हुए विकास जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री की पोल खोल चुकी है.
राहुल ने दावा किया, यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि लोग सच्चाई को कैसे लेते हैं. मोदीजी ने कहना शुरू कर दिया कि वह नर्मदा के पानी पर चुनाव लड़ेंगे. पता चला कि नदी का पानी गांवों तक पहुंच ही नहीं रहा और टाटा के नैनो कारखाने को मिलने लगा. कांग्रेस नेता ने कहा, दो-तीन दिन के बाद उन्होंने कहा कि वह ओबीसी के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन वह भी काम नहीं आया. राहुल ने कहा कि इसके बाद मोदी ने कहा कि वह 22 साल के विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने कहा, इसके बाद मोदीजी कहते हैं कि मणिशंकर अय्यर ने मेरे बारे में बुरी बातें बोली, इसलिए मेरा चुनावी मुद्दा यही होगा. एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए राहुल ने विज्ञापनों पर 3,700 करोड़ रुपए खर्च करने को लेकर मोदी सरकार को लताड़ा.
राहुल ने कहा, शुक्रवार के एक आंकड़े के अनुसार, मोदी सरकार ने विज्ञापनों पर 3,700 करोड़ रुपये खर्च किये. लिहाजा, (इस सरकार का) सारा धन इसकी छवि बनाने में और उद्योगपतियों के पास जा रहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, हमारी सरकार आपके स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए आपके उस धन का इस्तेमाल करेगी. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के खिलाफ सामने आये आरोपों और राफेल लड़ाकू विमान करार से जुड़े आरोपों का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार में इन मुद्दों पर कुछ नहीं कहा.
राहुल ने कहा, मोदीजी राफेल या जय शाह के मुद्दों से बच नहीं सकते, चाहे वे (चुनावी रैलियों में) कुछ भी बोल लें. यदि वह अपने 200 भाषणों में भी भ्रष्टाचार के बारे में नहीं बोलें, तो भी प्रधानमंत्री इससे बच नहीं सकते. गुजरात ने तय कर लिया है कि अगली सरकार उद्योगपतियों की नहीं, बल्कि गरीबों, किसानों, श्रमिकों और छोटे कारोबारियों की होगी. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के पास सिर्फ एक चीज बची है. उन्होंने शुक्रवार को भाषण दिया और 60-70 फीसदी वक्त उन्होंने सिर्फ मेरे बारे में बोला. लेकिन, यह चुनाव मोदीजी, राहुल जी, सोलंकीजी, भाजपा या कांग्रेस को लेकर नहीं है, यह चुनाव गुजरात के लोगों के भविष्य से जुड़ा है. राहुल ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान वह राज्य में भाजपा के 22 साल के कुशासन पर फोकस करेंगे, जिस दौरान सत्ताधारी पार्टी ने 5-10 उद्योगपतियों के लिए काम किया और किसानों से जमीन छीनकर टाटा नैनो को दे दी.
उन्होंने आरोप लगाया, कांग्रेस ने मनरेगा पर 35,000 करोड़ रुपये खर्च किये, जबकि भाजपा सरकार ने टाटा नैनो के कारखाने को 33,000 करोड़ रुपये दिये. नर्मदा का पानी उस कारखाने को मिला. आपको भले ही बिजली सिर्फ रात को मिले, लेकिन कारखाने को चौबीसों घंटे बिजली मिलती है. राहुल ने आरोप लगाया, मुंद्रा के गांवों की जमीनें एक रुपये प्रति मीटर की दर से (गौतम) अडाणी को दी गयी, जिसे अडाणी ने वापस सरकार को ही 3,000 रुपये प्रति मीटर की दर से बेच दिया. कांग्रेस नेता ने कहा, पिछले साल एनडीए सरकार ने 10 सबसे अमीर लोगों का 1.30 लाख करोड़ रुपये के कर्ज को माफ कर दिया. किसानों ने भी कर्ज माफी की मांग की तो (केंद्रीय वित्त मंत्री) अरुण जेटली एवं प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनकी नीति नहीं है. उन्होंने वादा किया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों के पूरे कर्ज माफ किये जायेगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं एवं शिक्षा पर भी पैसे खर्च करेगी.