प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजाद भारत में संभवत: पहले ऐसे प्रधानमंत्री होंगे जिनके नाम से दो संगठन देश भर में चल रहे हैं. नरेंद्र मोदी भाजपा से आते हैं और उनकी पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रही है. ‘भारत नरेंद्र मोदी संघ’ और ‘नरेंद्र मोदी विचार मंच’ दो ऐसे संगठन हैं, जो उनके नाम से चलाये जा रहे हैं. इन संगठनों के क्षेत्रीय शाखाएं हैं और प्रदेश अध्यक्ष भी नियुक्त किये गये हैं.
अमूमन संगठन किसी विचार को लेकर बनते हैं. दुनिया भर में व्यक्ति के नाम से संगठन कम ही दिखाई पड़ते हैं. खासतौर से राजनीतिक और सामाजिक संगठन. ऐसे में आखिर नरेंद्र मोदी के नाम से बने संगठनों का क्या उद्देश्य है, वह क्या हासिल करना चाहते हैं ? ये सवाल जिज्ञासा का विषय बना हुआ है.
नरेंद्र मोदी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार तोमर से जब इस संगठन को लेकर बात की गयी तो उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य देशभर में नरेंद्र मोदी के विचारों को पहुंचाना है. डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्वच्छता अभियान से लेकर तमाम अभियान जो मोदी ने शुरू किये हैं, उनकी जानकारी आम लोगों तक पहुंचाना है.
जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि जब नरेंद्र मोदी की पृष्ठभूमि भाजपा और आरएसएस से थी तो नया संगठन बनाने की क्या जरूरत पड़ी. अध्यक्ष के मुताबिक हमारा कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है. देश में कुछ ऐसे वर्ग हैं जो भाजपा व आरएसएस के साथ जुड़ना नहीं चाहते हैं. इस हालात में नये संगठन की जरूरत थी. हमने समाजसेवा के उद्देश्य से इस तरह के संगठन को तैयार किया है. बचपन से ही मैं मोदी से प्रेरित हूं और वह मुझे क्रांतिकारी प्रतीत होते हैं. शायद ही कोई वर्तमान में मौजूद ऐसा शख्स हो जिससे प्रेरणा ली जा सकती है.
भारतीय नरेंद्र मोदी संघ के ट्विटर टाइमलाइन में तमाम भाजपा के नेता व कई नामचीन पत्रकारों की तसवीर है. इनमें उत्तराखंड के सीएम रावत, नरेंद्र सिंह तोमर, महेश शर्मा, मनोज तिवारी, गिरिराज सिंह, पत्रकार कुलदीप नैय्यर, संतोष भारतीय शामिल है. वहीं संस्था के ट्विटर में भी सिर्फ तसवीरें है लेकिन विचार व कार्यक्रमों की जानकारी नहीं है.
‘जियो सिम’ व ‘पेटीएम’ के विज्ञापन में नरेंद्र मोदी की तसवीर ने विवाद को जन्म दे दिया था. सवाल उठे थे कि देश के प्रधानमंत्री की तसवीर का उपयोग निजी कंपनियां अपने विज्ञापन के लिए कैसे कर सकते हैं ?
नरेंद्र मोदी विचार मंच
भारतीय नरेंद्र मोदी संघ, मोदी के नाम से कोई अकेला संगठन नहीं है. नरेंद्र मोदी विचार मंच के नाम से एक अन्य संगठन है जो बेहद सक्रिय है. वेबसाइट में दर्ज जानकारी के मुताबिक यह एक गैर सरकारी व गैर राजनीतिक संगठन है. इस संगठन का मूल उद्देश्य भारत को विकसित, गौरवशाली व वैभवशाली राष्ट्र बनाकर विश्वगुरू के रूप में स्थापित करना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी पृष्ठभूमि
राष्ट्रीय स्वयंसेवक एक ऐसा संगठन है जो खुद को व्यक्तिवाद से परे मानता है. वर्षो से राजनीतिक पार्टियों का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञ भी मानते हैं कि राजनेताओं के अपने फैन फॉलोअर होते हैं लेकिन सोशल मीडिया के दौर में इस तरह की संगठनों की उपज व्यक्तिवाद को बढ़ावा देता है.