नयी दिल्ली/बेंगलुर : जाने माने अंतरिक्ष वैज्ञानिक एवं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष उडुपी रामचंद्र राव का बीती रात निधन हो गया. वे 85 वर्ष थे. राव के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है.
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इसरो के जनसंपर्क निदेशक देवीप्रसाद काणर्कि ने कहा, ‘ ‘राव ने रविवार देर रात करीब तीन बजे अंतिम सांस ली.’ ‘ इसरो के अधिकारियों ने बताया कि वह उम्र संबंधी बीमारियों से पीडति थे और उन्होंने आज सुबह अपने आवास पर आखिरी सांस ली. राव के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है. ‘ ‘
कर्नाटक में उडुपी जिले के अडामारु क्षेत्र में जन्मे राव अभी तक इसरो के सभी अभियानों में किसी न किसी तरह शामिल थे. भारत में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास और प्राकृतिक संसाधनों की रिमोट सेंसिंग एवं संचार में इसके वृहद उपयोग में उनके अतुल्य योगदान के लिए उन्हें पहचाना जाता है. वह अहमदाबाद में भौतिकी अनुसंधान प्रयोगशाला की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष और तिरवनंतपुर में भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के कुलाधिपति पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे.
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राव 1984-1994 तक इसरो के अध्यक्ष रहे. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है. पीएम मोदी ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि उडुपी रामचंद्र राव के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ… उनके योगदान को भारत और इसरो कभी भूल नहीं सकता…