नयी दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी संसद में जमकर हंगामा जारी है. बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया, इस दौरान पीएम मोदी भी सदन में मौजूद थे. भारी हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित तक दी गयी. वहीं यदि राज्यसभा पर नजर डालें तो शरद यादव ने भी राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरा. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथ लिया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज भी जंतर-मंतर पर कई किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार मौन है.
संसद का मॉनसून सत्र शुरू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी को दिया फिर ‘नया नाम’
विपक्ष द्वारा किसानों की समस्याओं और अन्य मुद्दों को उठाने तथा सरकार से इनके समाधान की मांग करते हुए की गयी नारेबाजी के कारण लोकसभा में आज हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गयी जिसके चलते कार्यवाही शुरू होने के दो मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. इसके कारण आज मानसून सत्र के तीसरे दिन भी सदन में प्रश्नकाल नहीं हो सका. सुबह सदन की बैठक शुरु होने पर प्रश्नकाल की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल , राजद तथा कई अन्य दलों के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गए. ये सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
संसद का मॉनसून सत्र 17 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगा
संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने विपक्षी सदस्यों को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा कि सरकार सदस्यों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों का जवाब देने के लिए तैयार है लेकिन वे सदन को चलने तो दें. हंगामे के बीच ही प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डा. जितेन्द्र सिंह ने इसरो से जुड़े एक सवाल का जवाब दिया लेकिन हंगामा शांत नहीं होते देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्षी सदस्यों से यह कहते हुए कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी कि आप लोग केवल हल्ला करना चाहते हैं.