खेल संवाददाता, राजगीर राजगीर खेल परिसर में आयोजित स्पोर्टर्स कॉन्क्लेव में महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल ने बताया कि बिहार के लोग काफी मेहनती है़. हाल के वर्षों में बिहार ने खेल के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की है़ प्रभात खबर से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि बिहार में खेल के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है़ इसका रिजल्ट चार-पांच साल बाद देखने को मिलेगा. उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों को बड़े सपने देखने चाहिए और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. खिलाड़ियों को मोबाइल से दूर रहना होगा़ अच्छे कोच की नियुक्ति करनी होगी ताकि प्रतिभावान खिलाड़ियों को तरासा जा सके. खिलाड़ियों को मिल रहे मौके रानी रामपाल ने बताया कि आज हॉकी के खिलाड़ियों को खेलने के लिए पहले से ज्यादा मौके मिल रहे हैं. स्टेट चैंपियनशिप के अलावा हॉकी इंडिया प्रो लीग में खिलाड़ियों को मौके मिल रहे हैं. आज महिला टीम को भी एक्सपोज मिलने लगा है. अब बिहार जैसे राज्यों से भी खिलाड़ी निकल रहे हैं. सीनियर को देख कर हॉकी का सफर शुरू किया हरियाणा के कुरूक्षेत्र के सामान्य परिवार में जन्मीं पूर्व ओलिंपियन और भारतीय महिला हॉकी टीम की दिग्गज खिलाड़ी रहीं रानी रामपाल ने बताया कि अपने शुरुआती करियर के बारे बताया कि अपने सीनियर खिलाड़ियों को देख कर 2021 से हॉकी खेलना शुरू किया़ उनको खेलते देख कर मेरे मन भी हॉकी के प्रति शौक बढ़ा. रेलवे स्टेशन पर कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीत कर लौटीं सीनियर खिलाड़ियों के भव्य स्वागत को देख कर मेरे भी मन में आया कि मैं भी बड़ी खिलाड़ी बनूंगी और मेरा भी ऐसा स्वागत हो सकता है़ द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित कोच सरदार बलदेव सिंह की देख-रेख में हॉकी खेलना शुरू किया और अपनी पहचान बनायी.
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