अंगदान पखवाड़े पर दधीचि देहदान समिति ने लगाया ऑर्गनडोनेशन कैंप
एयरपोर्ट पर भी हुई चर्चा, कहा- सीमांचल में विकास को मिलेगी नई उड़ान
पूर्णिया. दधीचि देहदान समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ग्रीन पूर्णिया के अध्यक्ष जाने माने सर्जन डाॅ अनिल कुमार गुप्ता ने कहा है कि हीरामन की बैलगाड़ी से हवाई अड्डा, मैला आंचल की कच्ची सड़कों से सिक्स लेन सड़क और लंबे इंतजार के बाद रेलओवरब्रिज का निर्माण, पूर्णिया की विकास गाथा अद्भुत और अकल्पनीय है. उन्होंने कहा कि जिस पूर्णिया को काला पानी कहा जाता था वहां का आम अवाम इतना जागरूक और शिक्षित है कि लोग स्वेच्छा से अंगदान के लिए आगे आ रहे हैं. डॉ गुप्ता शुक्रवार को जेल चौक के समीप स्थित ग्रीन पूर्णिया और दधीचि देहदान समिति द्वारा अंगदान पखवाड़ा के तहत आयोजित ऑर्गनडोनेशन कैंप में पूर्णिया के विकास की रफ्तार और इसके इतिहास पर अपनी राय रख रहे थे. डॉ. गुप्ता ने कहा कि एक समय था जब यहां के लोगों के लिए बैलगाड़ी पर यात्रा को विवश थे. वहां से सिक्स लेन तक सफर और अब हाई स्पीड ट्रेन का सफर किसी सपने के पूरा होने जैसा है. केंद्र और राज्य सरकार मिलकर पूर्णिया के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. इसी का नतीजा है कि हमारे जिले में अब बमुश्किल ही कच्ची सड़क देखने को मिलेगी. गांव-गांव में आज सड़कों का जाल बिछ गया है. उन्होंने कहा कि 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे. पूर्णिया से हवाई सेवा की शुरुआत विकास को नई उड़ान देगा. चिकित्सा, व्यापार और मनोरंजन और खेल जगत तक के लोगों के लिए पूर्णिया आना आसान होगा और प्रतिभाओं को भी नये पंख लगेंगे. वह दिन दूर नहीं जब पूर्णिया भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन के लिए तैयार होगा.
मील का पत्थर साबित हो रहा मेडिकल कॉलेज
डाॅ अनिल गुप्ता ने कहा कि जिस पूर्णिया में कभी कालाजार और मलेरिया जैसी बीमारी से बुरा हाल था वहां आज राजकीय मेडिकल कॉलेज लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल कर रहा है. पूर्णिया की जनता मेडिकल कॉलेज खुलने की वजह से खुद को स्वास्थ्य के मामलों में सुरक्षित महसूस कर रही है. शिक्षा के क्षेत्र में राजकीय इंजीनियरिंग और पोलिटेक्निक कॉलेज युवाओं को रोजगार पाने लायक बना रहे हैं. यहां की विकास गाथा अपने आप में अतुलनीय है.
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