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:: आक्रोशित हो रहे छात्रों को डीएसपी विनीता सिन्हा ने दी नसीहत- अनावश्यक माहौल खराब नहीं करें छात्र, पुलिस के अनुसंधान में बाधक न बनें
:: प्राचार्य ने कहा- छात्रों को बेहतर माहौल मिले यह उनका उद्देश्य, छात्र अपना काम करें, अनुशासन समिति की रिपोर्ट के बाद तय होगी कार्रवाई
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर एमआइटी के फाइनल इयर के दो से ढाई सौ की संख्या में छात्रों ने दोपहर करीब चार बजे प्रशासनिक भवन स्थित प्राचार्य कार्यालय को घेर लिया. उस समय प्राचार्य कक्ष में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक चल रही थी. छात्र कक्ष के बाहर हंगामा करने लगे. जब शिक्षकों ने उन्हें एवीएच सभागार में बैठने को कहा ताे उन्होंने इंकार कर दिया. वे कक्ष में ही बात करना चाह रहे थे. प्रतिनिधि को भेजने पर भी वे राजी नहीं हुए. इसपर उन्हें मुख्य द्वार पर बने पोर्टिको के पास जाने को कहा गया. यहां छात्र पहुंचकर हंगामा करने लगे. प्राचार्य प्रो.एमके झा, रजिस्ट्रार प्रो.रजनीश कुमार समेत अन्य सभी शिक्षक उनसे बात करने पहुंचे. छात्र आक्रोशित थे. उनका कहना था कि निर्दोष छात्रों के खिलाफ कॉलेज प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करा दी है. प्राथमिकी में जिन छह छात्रों का नाम दिया गया है. उनमें से दो यहां थे ही नहीं. एक छात्र का जॉब के लिए चयन हो चुका है. ऐसे में वह छात्र तनाव में है और खुदकशी करने जा रहा था. इसपर छात्र आकोशित थे. प्राचार्य ने उन्हें समझाने की कोशिश की पर छात्र हंगामा करने लगे. उन्होंने कहा कि षडयंत्र के तहत छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. छात्रों ने कहा कि जब वे शिकायत लेकर पहुंचते हैं तो प्राचार्य उनसे नहीं मिलते. उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया जाता है.एफआईआर में नाम आने का मतलब वह दोषी नहीं हो जाता : एसडीपीओ
डीएसपी टाउन-2 विनीता सिन्हा ने मोर्चा संभाला. उन्होंने आंदोलन कर रहे छात्रों से बात की. कहा कि एफआईआर में नाम आ जाने का मतलब कोई दोषी नहीं हो जाता. पुलिस अपनी जांच कर रही है. यदि कोई छात्र इसमें संलिप्त नहीं होंगे और उनका नाम आ गया होगा तो उनका नाम हट जाएगा. इसके बाद भी छात्र शोर कर रहे थे. छात्रों ने कहा कि प्राचार्य उनकी बात नहीं सुनते. विनीता सिन्हा ने कहा कि यदि उनके साथ कुछ गलत हो रहा है और कॉलेज प्रशासन उनकी बात नहीं सुनता तो वे पुलिस अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं. उन्होंने छात्रों को चेतावनी दी. कहा कि रैगिंग मामले में जो भी छात्र दोषी होंगे. उन्हें बख्सा नहीं जाएगा. वहीं शिक्षक पर हमला मामले में भी पुलिस अनुसंधान कर रही है. सीसीटीवी फुटेज और छात्रों के मोबाइल का टावर लोकेशन भी खंगाला जा रहा है. इससे वे उस समय परिसर में थे या नहीं यह पता चल जाएगा. उन्होंने सीनियर छात्रों से कहा कि जूनियर छात्र यदि उनसे इंट्रैक्ट करना नहीं चाहते तो उन्हें जबरन बात करने का कोई अधिकार नहीं है. वे कॉलेज में पढ़ने आये हैं न कि उनसे बात करने. कहा कि आप अपने कॅरियर पर फाेकस करें. यदि आगे से रैगिंग या शिक्षक के साथ दुर्व्यवहार का कोई भी मामला आया तो पुलिस सख्ती से निपटेगी. डीएसपी ने केस के अनुसंधानक ब्रजकिशोर प्रसाद को कहा कि तेजी से जांच कर साक्ष्य संग्रहित करें. इसके लिए उन्होंने ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष विजय लक्ष्मी को खुद निगरानी करने को कहा.प्राचार्य ने कहा- छात्र पढ़ाई पर ध्यान दें, कॉलेज पूरा सहयोग करेगा :
कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमके झा ने कहा कि छात्र अनावश्यक विवाद में न पड़ें. शिक्षक पर हमला के बाद अलग-अलग कमेटी की बैठक की गयी है. इसमें शिक्षकों की सहमति से पुलिस को आवेदन दिया गया है. छात्र अनावश्यक माहौल बिगाड़ने वाली गतिविधियों से दूर रहें. कॉलेज में नियमित कक्षाएं चल रही हैं. छात्र कक्षाओं में शामिल हों. कॉलेज की ओर से उन्हें हर संभव सहयोग मिलेगा. उन्होंने रैगिंग और अनुशासनहीनता की गतिविधियों के दुष्परिणामों से भी छात्रों को अवगत कराया. —————-जांच पूरी, रिपोर्ट के आधार पर होगी दोषियों पर कार्रवाई :
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इस घटना से पूर्व कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमके झा के कक्ष में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक हुई. प्राचार्य ने बताया कि रैगिंग के दोनों मामलों की जांच अनुशासन समिति ने पूरी कर ली है. आरोपित छात्रों का भी पक्ष लिया गया है. अब कमेटी की ओर से रिपोर्ट भेजे जाने का इंतजार है. रिपोर्ट के आधार पर दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मामले से डीएम और आयुक्त जो शासी निकाय के अध्यक्ष होते हैं. उन्हें भी अवगत कराया गया है. परिसर में अगले एक महीने में चिह्नित जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे. जूनियर छात्रावास के पास रात्रि और दिन में अलग-अलग शिक्षकों को निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है. इसके अतिरिक्त परिसर के बाहर चाय दुकान और अन्य ब्लैक स्पॉट वाले जगहों पर भी कॉलेज प्रशासन निगरानी करेगा. बैठक में एसडीपीओ टाउन-2 विनीता सिन्हा ने ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि परिसर में प्रतिदिन सुबह-शाम गश्ती कराएं. कॉलेज के बाहर यदि रैगिंग जैसी गतिविधि दिखती है तो छात्रों से बात करें. छात्र प्रतिनिधि सुमित कुमार, सन्नी और रूही ने भी विद्यार्थियों का पक्ष रखा. अभिभावक प्रतिनिधि ने भी बैठक में शिरकत किया. इसके अतिरिक्त ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष विजय लक्ष्मी, प्रो.वाईएन शर्मा, प्रो.आरपी गुप्ता, डॉ संजय कुमार, प्रो.श्वेता, प्रो.मणिकांत समेत अन्य शिक्षक व एंटी रैगिंग सेल के सदस्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

