गोपालगंज. शहर के प्रमुख मिठाई कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद की बेटी ज्योति के हत्याकांड में रविवार को महम्मदपुर पुलिस परसौनी के मुखिया शंभू सहनी के घर को कुर्क करने पुलिस गयी.
पुलिस के पहुंचते ही ज्योति की सास ने किया आत्मसमर्पण
पुलिस के गांव में पहुंचने के साथ ही मुखिया की पत्नी सावित्री देवी ने महम्मदपुर थाने में आकर पुलिस के सामने आकर सरेंडर कर दिया. पुलिस ने मुखिया के पत्नी को हिरासत में लेकर कुर्की की कार्रवाई को रोक दिया. वहीं उसकी बहू सीमा देवी की तलाश अभी भी पुलिस को है. उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर उसका घर कुर्क हो सकता है.
हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
जानकार सत्रों ने बताया कि सीजेएम कोर्ट से कुर्की का आदेश मिलने के बाद पुलिस की ओर से आरोपितों को सरेंडर करने का भरपूर मौका दिया. ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार को ही एसडीओ अनिल कुमार ने थानेदार श्याम नारायण प्रसाद की अपील पर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी. कुर्की की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के सामने जाकर सरेंडर कर दिया. पुलिस अपने हिरासत में लाकर पूछताछ करने में जुट गयी. पुलिस के लिए अभी बहू सीमा देवी की गिरफ्तारी चुनौती है. जानकार बताते हैं कि अगर सीमा देवी को जमानत नहीं मिलती है, तो उसे भी सरेंडर करना होगा या घर कुर्क हो सकता है.
उपमुखिया को मिली पंचायत की कमान
सीजेएम आनंद कुमार त्रिपाठी के कोर्ट से 22 अगस्त को कुर्की का वारंट जारी होने के बाद मुखिया शंभू सहनी ने 23 अगस्त को पुलिस के सामने जाकर सरेंडर कर दिया. उसके बाद पुलिस ने कुर्की को ठंडे बस्ते में डाल दिया. जब एसपी अवधेश दीक्षित ने आदेश दिया तो कुर्की की तैयारी हुई. मुखिया का बेटा राजेश सहनी ने 25 को सरेंडर कर दिया. अब सवित्री व सीमा देवी की तलाश कर रही थी. उधर, पंचायत की कमान परसौनी पंचायत के उपमुखिया को सौंप दी गयी है.
दहेज के लिए प्लानिंग के तहत की गयी थी हत्या
सरेया वार्ड नं तीन के रहने वाले वीआइपी कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद ने अपनी बेटी ज्योति की शादी 20 मई 2023 को महम्मदपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी वार्ड नं -1 के रहने वाले तथा परसौनी ग्राम पंचायत के मुखिया शंभु सहनी के पुत्र राजू सहनी के साथ की थी. शादी में अपनी औकात के मुताबिक उपहार भी दिया था. ज्योति को एक छह माह का पुत्र है. बीच-बीच में कई बार ससुराल के लोगों के द्वारा उसे दहेज में कार की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जाता था. गत 4 जुलाई की सुबह 5:30 बजे मुखिया शंभु सहनी ने ज्योति के गायब होने की सूचना दी. छह जुलाई को सत्तरघट के पास से गंडक नदी से शव को एसडीआरफ की टीम ने जब्त किया था. हत्या पूरे प्लान के तहत की गयी थी.
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