पिपरवार.
पिपरवार कोयलांचल व आसपास के ग्रामीण इलाकों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गुरुवार रात में शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी गर्जन के साथ दिन भर होती रही. लगातार बारिश की वजह से लोग घरों में कैद होने को विवश हो गये. बेमौसम हुई बारिश ने पेड़-पौधों में जमी धूल-गर्द साफ हो जाने से माैसम सुहाना हो गया है. पिपरवार की वादियां फिर से मनमोहक हो गयी. वहीं, अधिकतम तापमान में भी सात डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी है. पर, बारिश की वजह से महुआ व आम के फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. आसमान में बादल होने से महुआ गिरना बंद हो गया. बारिश थमने के बाद भी महुआ की गुणवत्ता खराब हो जायेगी. आम के पेड़ों में लगे मंजर व फल झड़ गये. इधर, अशोक परियोजना खदान में बारिश की वजह से कोयला उत्पादन पर काफी असर देखा गया. प्रोडक्शन मंथ में बारिश की वजह से मशीनों की गति थम गयी. 30 हजार टन रोजाना कोयला उत्पादन कर रहे अशोक परियोजना खदान से सिर्फ 24 हजार टन ही कोयले का उत्पादन हो सका.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है