मुजफ्फरपुर
राज्य ग्रामीण आवास कर्मी संघ (सगासा), बिहार ने सरकार द्वारा आवास कर्मियों के मानदेय की वृद्धि को आंदोलन की जीत बताते हुए सरकार को साधुवाद दिया है. प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सर्राफ, प्रदेश सचिव विकास चन्द्र यादव, प्रदेश प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सीएम नीतीश कुमार शासक नहीं, जनसेवक है. आवास कर्मियों के दर्द को समझते हुए उन्होंने कैबिनेट से मानदेय वृद्धि का निर्णय दिलाया. ग्रामीण आवास सहायक, प्रखंड लेखपाल एवं लेखा सहायकों के मानदेय में 25 प्रतिशत की वृद्धि ग्रामीण आवास पर्यवेक्षकों के मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि व योजना की राशि केन्द्रांश अपर्याप्त होने पर राज्य संसाधन (राज्यांश) से पूर्ति की स्वीकृति दी गई है, जो ऐतिहासिक व कल्याणकारी फैसला है. संघ के नेताओं ने इस निर्णय को “जनआन्दोलन की जीत और एनडीए सरकार की संवेदनशीलता” बताया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

