महिला सशक्तीकरण के इस दौर में महिलाएं काफी बेबाक और बिंदास हो गयीं हैं, वे ना सिर्फ अपनी बातों को मजबूती के साथ रख रही हैं, बल्कि अपने निजी और पारिवारिक पलों को भी सोशल मीडिया में शेयर कर रही हैं. अब उन्हें सिर्फ लज्जा की प्रतिमूर्ति के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.
महिलाओं में आये इस परिवर्तन को बड़ा सामाजिक बदलाव माना जाना चाहिए, क्योंकि महिलाएं इस देश की आधी आबादी हैं और उनमें आने वाला परिवर्तन समाज पर वृहत प्रभाव डालता है. महिलाएं अपने जीवन से जुड़े हर फैसले ले रही हैं, उन्हें कौन सा कैरियर अपनाना है,क्या पहनना है? किसके साथ संबंध रखना है, कैसे बिहेव करना है. महिलाओं की इसी बेबाकी का उदाहरण है यह वीडियो:-