Vastu Tips: आज के समय में घर और ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना हर किसी की प्राथमिकता बन गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर की दीवारों, रंगों, फर्नीचर और सजावट में ऐसे गुप्त राज छिपे हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग जानते तक नहीं हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि सही दिशा, रंग और व्यवस्था न केवल घर की शांति बढ़ाती है बल्कि आर्थिक और पारिवारिक समस्याओं को भी कम कर सकती है.
मुख्य द्वार की दिशा
विशेषज्ञों के अनुसार, घर का मुख्य द्वार हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए. यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करती है और परिवार में सामंजस्य बढ़ाती है. वहीं, पश्चिम या दक्षिण दिशा में मुख्य द्वार होने से घर में तनाव और मतभेद की संभावना बढ़ सकती है.
रंगों का महत्व
घर के हर कमरे का रंग उसकी ऊर्जा पर असर डालता है. शयनकक्ष में हल्के नीले और हरे रंग का प्रयोग तनाव कम करता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ाता है. लिविंग रूम में पीले और क्रीम रंग का इस्तेमाल खुशहाली और उत्साह बढ़ाता है. वहीं, बहुत गहरे रंग जैसे काला या गहरा लाल, छोटे बच्चों के कमरे में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं.
सजावट और फर्नीचर
भारी फर्नीचर को हमेशा दीवार के पास रखें और कभी भी कमरे के बीच में न रखें. इससे कमरे में ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर फर्नीचर अटका हुआ या बिखरा हुआ हो, तो यह घर में तनाव और अराजकता ला सकता है.
पानी के स्त्रोत
घर में पानी की टंकी, फव्वारा या एक्वेरियम हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए. इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह निरंतर बना रहता है और घर में समृद्धि आती है. वहीं, दक्षिण-पश्चिम दिशा में पानी के स्रोत होने से आर्थिक परेशानियों की संभावना बढ़ सकती है.
घर की सफाई और रोशनी
घर हमेशा साफ-सुथरा और रोशन होना चाहिए। अंधेरे और गंदे कोनों में नकारात्मक ऊर्जा का जमाव होता है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि रोजाना घर के मुख्य हिस्सों की सफाई करें और सुबह की रोशनी का पूरा लाभ लें. इससे मानसिक शांति और ताजगी भी बनी रहती है.
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