Turmeric Milk During Pregnancy: हल्दी के आयुर्वेदिक लाभों और अद्भुत गुणों के बारे में लगभग सभी जानते हैं. यह जीवाणुरोधी, एंटी-माइक्रोबियल है, इसमें कैंसर-रोधी गुण हैं और यह ब्रेन हेल्थ के लिए भी अच्छा है. लेकिन क्या यह शक्तिशाली भारतीय मसाला गर्भावस्था के दौरान किसी भी रूप में सेवन करने के लिए सुरक्षित है, खासकर हल्दी वाला दूध? स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ राम्या काबिलन ने इंस्टाग्राम वीडियो शेयर कर बताया है कि गर्भावस्था के दौरान मध्यम मात्रा में हल्दी और हल्दी वाले दूध का सेवन करना सुरक्षित है. आगे पढ़ें पूरी डिटेल.
मध्यम मात्रा में सेवन सुरक्षित
प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. रुचि शर्मा कहती हैं कि हल्दी दूध, जिसे अक्सर भारत में हल्दी दूध कहा जाता है. इसका सेवन पारंपरिक रूप से इससे होने वाले हेल्थ बेनिफिट्स के लिए किया जाता रहा है. जब मध्यम मात्रा में सेवन किया जाता है, तो इसे आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित माना जाता है.
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ राम्या काबिलन का वीडियो देखें
गर्भावस्था के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाता है
एक्सपर्ट के अनुसार कर्क्यूमिन हल्दी में एक्टिव इंग्रीडिएंट है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं. दूध के साथ मिलकर, यह एक हेल्दी ड्रिंक बनाता है जो संभावित रूप से पाचन में सहायता कर सकता है, सूजन और गैस के लक्षणों को कम कर सकता है और इम्यूनिटी सिस्टम को सपोर्ट करता है. गर्भावस्था के दौरान ये लाभ विशेष रूप से सहायक होते हैं, खास कर तब जब महिलाएं अक्सर पाचन संबंधी समस्याओं का अनुभव करती हैं और उन्हें अतिरिक्त इम्यूनिटी की आवश्यकता होती है.
कुछ एक्सपर्ट की सलाह हल्दी वाले दूध से परहेज करें गर्भवती
वहीं एक और एक्सपर्ट के अनुसार- हालांकि नियमित आहार में हल्दी का कम मात्रा में सेवन सुरक्षित है, लेकिन हल्दी वाला दूध लेने से बचना बेहतर है. “गर्भावस्था के दौरान हल्दी का सेवन प्रीक्लेम्पसिया को रोकने में मदद करता है, यह एक गंभीर स्थिति है जो गर्भावस्था के 20वें सप्ताह के दौरान या बच्चे को जन्म देने के बाद हो सकती है. लेकिन, गर्भावस्था के दौरान हल्दी वाला दूध से परहेज करना बेहतर है. डाइट के माध्यम से हल्दी की थोड़ी मात्रा ही गर्भवती के लिए फायदेमंद हो सकती है. गर्भावस्था के दौरान हल्दी दूध का नियमित सेवन शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बदल सकता है जिससे गर्भाशय में संकुचन या रक्तस्राव हो सकता है.