Navratri Vrat Tips: नवरात्र का पर्व भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक है. इस दौरान श्रद्धालु भक्त व्रत और उपवास रखते हैं. यह ऐसा समय होता है जहां अमूमन लोग प्याज, लहसुन और मांसाहार से दूरी बना लेते हैं. लेकिन धार्मिक ग्रंथों और पारंपरिक मान्यताओं में इसके अलावा भी कई चीजें ऐसी बताई गई हैं जिन्हें नवरात्र में खाने-पीने से परहेज करना चाहिए. इसका उद्देश्य शरीर और मन को शुद्ध रखना और मां दुर्गा की आराधना के समय पूरी पवित्रता बनाए रखना होता है.
मदिरा और नशे बनाएं से दूरी
नवरात्र में शराब, सिगरेट, तंबाकू या किसी भी तरह के नशे का सेवन वर्जित माना गया है. इससे पूजा की शुद्धता भंग होती है और मानसिक शांति भी प्रभावित होती है.
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तेज मसाले और डीप फ्राइड वाला भोजन
व्रत के दौरान बहुत अधिक तीखे मसाले, डीप फ्राइड वाला भोजन खाने से परहेज करना चाहिए. यह शरीर को भारीपन और आलस्य की ओर ले जाता है, जबकि उपवास का उद्देश्य शरीर को हल्का और सात्विक बनाए रखना है.
अनाज और दालें
पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में गेहूं, चावल, दाल और मसूर जैसी चीजें नहीं खानी चाहिए. इनकी जगह आप कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना और राजगीरा जैसे व्रत-विशेष आहार का सेवन कर सकते हैं.
साधारण नमक का सेवन
साधारण नमक का सेवन वर्जित माना जाता है. इसकी जगह आप सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं, जिसे शुद्ध और पवित्र माना जाता है.
खट्टे फल और भोजन
नींबू, इमली और बहुत अधिक खट्टे पदार्थों को व्रत के दिनों में खाने से मना किया गया है. यह शरीर में अम्लता बढ़ाते हैं और सात्विक आहार की शुद्धता को कम करते हैं.
पैकेज्ड और जंक फूड
व्रत के दौरान बाजार से मिलने वाले पैकेज्ड स्नैक्स, बर्गर, पिज्जा, चिप्स या कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. यह न केवल अस्वास्थ्यकर हैं बल्कि व्रत की शुद्धता को शुद्ध को भी प्रभावित करते हैं.

