17.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Kaal Sarp Dosh दूर करने के लिए नागपंचमी के अवसर पर बढ़ जाती है यहां की महिमा, कैसे पहुंचे यहां

Kaal Sarp Dosh Nivaran, Nagraj Vasuki Temple, Prayagraj Nagvasuki Temple: ऐसी मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नागवासुकि मंदिर में विग्रह के दर्शन मात्र से पाप का नाश होता है. वहीं, कालसर्प के दोष (Kalsarp Dosh) से भी मुक्ति मिलती है.

Kaal Sarp Dosh Nivaran, Nagraj Vasuki TemplePrayagraj Nagvasuki Temple: नागपंचमी के अवसर पर प्रयागराज में दारागंज (Daraganj) के नागवासुकि मंदिर की महिमा विशेषरूप से बढ़ जाती है. ऐसी मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन इस मंदिर में विग्रह के दर्शन मात्र से पाप का नाश होता है. वहीं, कालसर्प के दोष (Kalsarp Dosh) से भी मुक्ति मिलती है.

कब है नाग पंचमी? (Nag Panchami 2023 Date and Time)

इस वर्ष सावन शुक्ल पंचमी तिथि 21 अगस्त 2023 को रात 12 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 22 अगस्त 2023 को दोपहर 2 बजे होगा. ऐसे में नाग पंचमी का त्योहार 21 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जाएगा.

गंगा तट पर है स्थित

यह मंदिर कब बना और कितनी बार बना, इसका कोई लिखित प्रमाण नहीं है. कहा जाता है कि मराठा शासक श्रीधर भोंसले ने वर्तमान मंदिर का निर्माण कराया. वहीं, कुछ लोग इसका श्रेय राघोवा को देते हैं. जैसे असम के गुवाहाटी में नवग्रह-मंदिर ब्रह्मपुत्र के उत्तर तट पर स्थित है, वैसे ही प्रयागराज में नागवासुकि मंदिर भी गंगा के तट पर अलग स्थित दिखायी देता है. आर्यसमाज के अनुयायी भी इस मंदिर की महत्ता मानते हैं. दरअसल, स्वामी दयानंद सरस्वती ने कुंभ मेले के दौरान कड़ाके की ठंड में कई रातें इस मंदिर की सीढ़ियों पर काटी थीं.

विश्व का प्रतिष्ठित है मंदिर

अपने अनूठे वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध नागवासुकि मंदिर (Nagavasuki Mandir) , विश्व का इकलौता मंदिर है, जिसमें नागवासुकि की आदमकद प्रतिमा है. मंदिर के पूर्व-द्वार की देहली पर शंख बजाते हुए दो कीचक बने हैं, जिनके बीच में लक्ष्मी के प्रतीक कमल दो हाथियों के साथ बने हैं. इसकी कलात्मकता सबसे अधिक आकर्षित करती है, नागवासुकि का विग्रह भी आकार-प्रकार में कम सुंदर नहीं है, इसमें नाग देवता को ही केंद्र में प्रतिष्ठित किया गया हो. इस दृष्टि से नागवासुकि मंदिर असाधारण महत्ता रखता है.

कालसर्प दोष मुक्ति के लिए मंदिर में पूजा

मंदिर के पुजारियों की मानें तो वासुकी मंदिर में भक्त को पूजा का सामान खुद लेकर आना चाहिए. कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए पूजा की विधि भी बताई जाती है. सबसे पहले प्रयाग के संगम में स्नान करना चाहिए. फिर वासुकी नाग मंदिर में मटर, चना, फूल, माला और दूध के साथ जाएं. इसके बाद वासुकी नाग के दर्शन करने के बाद उन्हें पूजन सामग्री अर्पित करें. इसके बाद कालसर्प दोष से मुक्ति की प्रार्थना करें.

औरंगजेब से जुड़ी है ये घटना

कहा जाता है कि मुगल शासक औरंगजेब ने नागवासुकि मंदिर को तोडऩे का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सका था। मान्‍यता है कि औरंगजेब मंदिर पहुंचा और तलवार से नागवासुकि की मूर्ति पर वार किया तभी नागवासुकि ने अपना विकराल स्वरूप दिखाया जिसे देख औरंगजेब डरकर बेहोश हो गया.

नासिक के मंदिर से जुड़ी है परंपरा

बताया जाता है कि प्रसिद्ध नागवासुकि मंदिर की परंपरा महाराष्ट्र के नासिक की गोदावरी तट पर स्थित पैष्ण तीर्थ से जुड़ती है. ज्ञात हो कि असम के गुवाहाटी में नवग्रह-मंदिर ब्रह्मपुत्र के उत्तर तट पर स्थित है. वैसे ही प्रयागराज में नागवासुकि मंदिर भी गंगा के तट पर स्थित है.

कहां स्थित है नागवासुकि मंदिर

नागवासुकि मंदिर दारागंज मोहल्ले के उत्तरी छोर पर गंगा के किनारे स्थित है. इस मंदिर में नागवासुकि देव का पूजन होता है. नागवासुकि को शेषराज, सर्पनाथ, अनंत और सर्वाध्यक्ष कहा गया है.

काल सर्प दोष निवारण मंत्र

नाग गायत्री मंत्र: ‘ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्। ‘ इस मंत्र को कालसर्प दोष निवराण के लिए प्रभावी माना जाता है. इसके अलावा आप ‘ॐ नमः शिवाय’ और ‘ॐ नागदेवताय नम:’ मंत्र का जाप कर सकते हैं. रुद्राक्ष माला से 108 बार जप करना होता है.

Shaurya Punj
Shaurya Punj
रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद मैंने डिजिटल मीडिया में 14 वर्षों से अधिक समय तक काम करने का अनुभव हासिल किया है. धर्म और ज्योतिष मेरे प्रमुख विषय रहे हैं, जिन पर लेखन मेरी विशेषता है. हस्तरेखा शास्त्र, राशियों के स्वभाव और गुणों से जुड़ी सामग्री तैयार करने में मेरी सक्रिय भागीदारी रही है. इसके अतिरिक्त, एंटरटेनमेंट, लाइफस्टाइल और शिक्षा जैसे विषयों पर भी मैंने गहराई से काम किया है. 📩 संपर्क : shaurya.punj@prabhatkhabar.in

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

दिल्ली प्रदूषण

दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए क्या करना चाहिए?


ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel
News Hub