Chanakya Niti: जीवन में सुख-दुख आते-जाते रहते हैं. अच्छे समय में सब साथ देते हैं लेकिन जब बुरा वक्त आता है, उसी वक्त उसका असली चेहरा पहचानने को मिलता है. आचार्य चाणक्य ने भी अपनी नीति शास्त्र में बताया है कि विपरीत परिस्थितियों में कौन आपके सच्चे साथी हैं और कौन सिर्फ दिखावे के. आइए जानते हैं वो 5 संकेत, जिनसे आप अपने असली साथियों को पहचान सकते हैं.
संकट में मदद करने वाला
अगर कोई व्यक्ति आपके मुश्किल समय में बिना स्वार्थ मदद करता है तो समझ लें वह सच्चा साथी है. चाणक्य कहते हैं ‘संकट में जो साथ छोड़े, वह कभी मित्र नहीं हो सकता.
आपके दुख में शामिल होना
जो लोग सिर्फ खुशियों में ही आपके साथ दिखते हैं, वे असली साथी नहीं होते. असली दोस्त वही हैं जो आपके दुख को अपना दुख समझे और आपको सांत्वना दें.
पीठ पीछे भी आपका सम्मान करें
बुरे वक्त में अक्सर लोग आपके बारे में उल्टा-सीधा बोलते हैं. लेकिन असली मित्र वही है जो आपकी अनुपस्थिति में भी आपका सम्मान करे और आपकी छवि बचाए.
स्वार्थ रहित संबंध निभाना
अगर कोई व्यक्ति आपसे केवल फायदे के लिए संबंध रखता है तो वह मित्र नहीं है. सच्चा साथी वो है जो बिना किसी लालच या स्वार्थ के आपके साथ खड़ा रहे.
सही सलाह देने वाला
चाणक्य नीति कहती है कि असली साथी वही है जो आपको खुश करने के लिए गलत बातें न कहे, बल्कि सच और सही रास्ता दिखाए. कठिनाई में सही सलाह ही जीवन बदल देती है.
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