Manoj Kumar Death: फिल्मी दुनिया से सुबह-सुबह एक बहुत बुरी खबर सुनने में आ रही. फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार का निधन हो गया. उन्होंने 87 साल की उम्र आखिरी सांस ली. उनका निधन कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में हुआ. उनके निधन पर फैंस और सेलेब्स दुख व्यक्त कर रहे हैं. उन्होंने कई सुसपरहिट फिल्मों में काम किया था, जिसमें शहीद (1965), उपकार (1967, पूरब और पश्चिम (1970), रोटी कपड़ा और मकान (1974), क्रांति (1981) शामिल हैं. हालांकि बहुत कम लोग जानते होंगे कि उनकी पहली सैलरी कितनी थी.
पहली सैलरी कितनी थी मनोज कुमार की?
मनोज कुमार साल 1960 और 1970 के दशक के सबसे सफल एक्टर्स के रूप में जाने जाते थे. उन्होंने अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत की थी. हालांकि बहुत कम लोग जानते होंगे कि अपने संघर्ष के दिनों में उन्होंने कई स्टूडियो में घोस्ट राइटर के रूप में काम किया था. माडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसके लिए उन्हें हर सीन के लिए 11 रुपये मिलते थे. मिड-डे के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि 19 साल की उम्र में मैं साल 1956 में पहली बार मुंबई आया था. मैंने फैशन नाम की फिल्म की, जिसमें मैं 90 साल का भिखारी बना था. उसके बाद फिल्मिस्तान ने मुझे 450 रुपए महीने पर काम पर रख लिया. मैंने सहारा और रेशमी रूमाल जैसी मूवीज की, जिसके बाद मुझे हरियाली और रास्ता का ऑफर विजय भट्ट ने दिया. दोनों फिल्मों के बदले मुझे 11,000 रुपए प्रति फिल्म फीस मिली थी.”
इस फिल्म को बनाने के लिए मनोज कुमार ने बेचा था अपना घर
साल 1981 में आई फिल्म ‘क्रांति’ को हिंदी सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्मों में गिना जाता है. यह फिल्म एक बड़ी हिट साबित हुई और रिलीज के बाद कई कमाई के रिकॉर्ड तोड़ डाले. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फिल्म को बनाने के लिए मनोज कुमार ने काफी बड़े त्याग किए. कहा जाता है कि उन्होंने फिल्म की फंडिंग के लिए जुहू स्थित अपनी जमीन तक बेच दी थी.उन्होंने दिल्ली वाला अपना घर भी फिल्म के लिए कुर्बान कर दिया. तमाम मुश्किलों और चुनौतियों के बावजूद मनोज कुमार ने ‘क्रांति’ को पूरा किया और करीब 3 करोड़ रुपये में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 16 करोड़ रुपये की जबरदस्त कमाई की.