Habib Tanvir 100th Birth Anniversary: भारतीय रंगमंच की एक महान शख्सियत हबीब तनवीर ने नई नाट्य भाषा बनाने के लिए आधुनिक नाटक में लोक रूपों को शामिल किया, जिससे शहरी दर्शकों के लिए प्रामाणिक रंगमंच सामने आया. दिवंगत हबीब तनवर की सौंवी जन्म शताब्दी के मौके पर उनके नाटक 'चरणदास चोर' को सिनेमा का रूप प्रदान किया जाएगा. इससे संबंधित तमाम अधिकार कार्मिक फ़िल्म्स ने हासिल कर लिये हैं.
नाटक 'चरणदास चोर' पर बनेगी फिल्म
रंगमंच की दुनिया में एक मास्टर पीस का दर्जा रखने वाले नाटक 'चरणदास चोर' का निर्देशन पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से नवाज़े जा चुके हबीब तनवीर ने साल 1975 में किया था. बाद में इस नाटक को एंडिनबर्ग फ़्रिंग फ़ेस्टिवल में प्रतिष्ठित फ़्रिंग फ़र्स्ट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. इस नाटक को हबीब तनवीर के सशक्त निर्देशन और कहानी को बयां करने के उनके अद्भुत कौशल के लिए भी जाना जाता है. कार्मिक फ़िल्म के सह-संस्थापक सुनील वाधवा ने निर्माता के तौर पर अपनी नई शुरुआत को लेकर उत्साह जताया और कहा, "हम 'चरणदास चोर' को एक फ़ीचर फ़िल्म के रूप में सिनेमा के पर्दे पर लाने को लेकर बेहद रोमांचित महसूस कर रहे हैं. यह एक ऐसी कहानी है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोगों द्वारा पसंद की जाती रही है. ऐसे में हम इस कहानी को पर्दे पर और भी समृद्ध तरीके से पेश करने के लिए आतुर हैं. आज के आधुनिक युग में 'चरणदास चोर' को पर्दे पर लाने का मौका मिलना हमारे लिए सौभाग्य की बात है."
'हम अपने रचनात्मक लिबास पर दिग्गज...'
कार्मिक फ़िल्म के सह-संस्थापक और लेखक कुंदन जज ने इस मौके पर कहा, "हम अपने रचनात्मक लिबास पर दिग्गज रचनाकार हबीस तनवीर की महीन कारीगरी को लेकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. निश्चित तौर पर सभी उम्र के दर्शकों को सिनेमा के पर्दे पर 'चरणदास चार' का जादुई अंदाज़ देखने को मिलेगा. इस कहानी को एडॉप्ट किये जाने से अर्थपूर्ण कहानी की तलाश करने वाली प्रतिभाओं को एक बढ़िया कहानी मिल गयी है तो वहीं अर्थपूर्ण मनोरंजन की तलाश करने वाले दर्शकों को एक उम्दा किस्म की फ़िल्म देखने को मिलेगी." बता दें कि 'चरणदास चोर' के प्री-प्रोडक्शन का काम एक ज़ोर-शोर से शुरू हो चुका है.
हबीब तनवीर की बेटी नगीन तनवीर हैं इस प्रोजेक्ट को लेकर उत्साहित
वहीं, दिवंगत हबीब तनवीर की बेटी नगीन तनवीर ने अपने पिता के नाटक पर फ़िल्म बनाए जाने को लेकर ख़ासा उत्साह जताया. उन्होंने कहा, "मुझे इस बात की बेहद ख़ुशी है कि नाटक 'चरणदास चोर' का सिनेमाई अंदाज़ जल्द ही बड़े पर्दे पर नज़र आएगा. इस फ़िल्म के ज़रिए मेरे पिता की विरासत बरकरार रहेगी. मुझे कार्मिक फ़िल्म्स पर पूरा विश्वास है कि वे इस परियोजना के साथ पूरा न्याय करेंगे."