बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान एक ऐसे अभिनेता हैं जो पर्दे पर अपने किरदार को जीवंत दिखाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. शाहरुख ने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी है और अपने अभिनय से दर्शकों को हैरान किया है. जिन फिल्मों में लीड अभिनेता की मौत हो जाती है वैसी फिल्मों को दर्शक खास तवज्जो नहीं देते हैं . लेकिन शाहरुख ने कई ऐसी फिल्मों में काम किया जिसमें अंतिम सीन में उनकी जान चली गई और फिल्में हिट हो गई. जानिये शाहरुख की ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में….

राष्ट्रीय पुरस्कार पा चुकी शाहरुख खान और मनीषा कोईराला अभिनीत फिल्म ‘दिल से…’ वर्ष 1998 में रिलीज हुई थी. फिल्म में प्रिति जिंटा ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म में शाहरुख ने ऑल इंडिया रेडियो के प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव अमरकांत वर्मा के किरदार को जीया था. अमरकांत को मेघना (मनीषा कोईराला) से प्यार हो जाता है जो एक आत्मघाती हमलावर है. फिल्म के आखिरी सीन में अमरकांत , मेघना को हमला करने से रोकता है और उसे गले से लगाता है जिससे मनीषा के पास रखा विस्फोटक फट जाता है और दोनों की मौत हो जाती है.
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वर्ष 1993 में रिलीज हुई फिल्म ‘बाजीगर’ में शाहरुख खान ने फिल्म ‘बाजीगर’ में पहली बार एक एंटी हीरो की भूमिका निभाई थी. फिल्म में उनके अलावा काजोल और शिल्पा शेट्टी ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. अब्बास-मस्तान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शाहरुख ने अजय शर्मा का किरदार निभाया था. फिल्म के आखिरी सीन में वे अपनी मां की गोद में अपनी आखिरी सांस लेते हुए कहते हैं ‘अब मैं जी भर के सोना चाहता हूं मां…’. यह पहली फिल्म थी जिसमें शाहरुख के किरदार की जान चली जाती है. इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था.

वर्ष 1994 में आई फिल्म ‘अंजाम’ में शाहरुख खान ने अजय अग्निहोत्री का किरदार निभाया था. फिल्म में माधुरी दीक्षित ने शिवानी का किरदार निभाया था. अजय का शिवानी से प्यार हो जाता है लेकिन शिवानी उसे पसंद नहीं करती है. कहानी आगे बढ़ती और अंत में अजय की मौत हो जाती है. इस फिल्म के लिए शाहरुख को बेस्ट विलेन का फिल्मफेयर अवार्ड मिला.

संजय लीला भंसाली की वर्ष 2002 की हिट फिल्म ‘देवदास’ में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय, माधुदी दीक्षित और जैकी श्रॉफ ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म में देवदास मुखर्जी (शाहरुख खान) को पारो (ऐश्वर्या राय) से प्यार हो जाता है लेकिन देवदास का परिवार इसके सख्त खिलाफ थे. पारो के प्यार में पागल देवदरास शराबी बन जाता है और फिल्म के अंत में वो मर जाता है. फिल्म में शाहरुख की एक्टिंग की काफी तारीफ हुई और फिल्म ने कई अवार्ड भी अपने नाम किये.

शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अभिनीत रोमांटिक फिल्म ‘ओम शांति ओम’ वर्ष 2007 में रिलीज हुई थी. ओम (शाहरुख खान) फिल्म का जूनियर आर्टिस्ट है जिसे शांतिप्रिया (दीपिका पादुकोण) से प्यार हो जाता है. वह एक जानीमानी अभिनेत्री है. मुकेश मेहरा से प्रिया को बचाने के क्रम में ओम की मौत हो जाती है. फिर वो इसी नाम से दोबारा जन्म लेता है उसे बीती बातें याद आ जाती है और वह मुकेश से बदला लेता है. फिल्म का निर्देशन फराह खान ने किया था.

वर्ष 1993 में आई रोमांटिक थ्रिलर फिल्म ‘डर’ में शाहरुख खान के अलावा सनी देओल और जूही चावला ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म में शाहरुख ने राहुल नामक किरदार निभाया था जिसे किरण (जूही चावला) नाम की लड़की से प्यार हो जाता है. लेकिन किरण तो सुनील (सनी देओल) से प्यार करती है. इस फिल्म में शाहरुख ने पहली बार निगेटिव किरदार निभाया था. इस फिल्म में भी सुनील, राहुल को फिल्म के आखिरी सीन में गोली मार देता है. इस फिल्म के लिए शाहरुख बेस्ट विलेन के फिल्मफेयर अवार्ड के लिए नामांकित हुए थे.

वर्ष 1998 में रिलीज आई फिल्म ‘डुप्लीकेट’ एक कॉमेडी फिल्म थी. इस फिल्म में शाहरुख खान ने डबल रोल निभाया था. उनका एक किरदार भोलेभाले लड़के बबलू का था और दूसरा बदमाश मनु दादा का. फिल्म में जूही चावला और सोनाली बेंद्रे ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. मनु दादा फिल्म के आखिरी सीन में अपनी गर्लफ्रेंड लीली (सोनाली) के हाथों में मारा जाता है.

निखिल आडवाणी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘कल हो न हो’ वर्ष 2003 में रिलीज हुई थी. फिल्म में शाहरुख खान, प्रीति जिंटा और सैफ अली खान ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इस फिल्म में शाहरुख ने अमन नाम के एक लड़के की भूमिका नि भाई थी जिसे नैना (प्रीति) से प्यार हो जाता है. फिल्म के अंत में अमन की दिल की बिमारी होने के कारण मौत हो जाती है. फिल्म ने सात फिल्मफेयर अवार्ड के अलावा राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता.

वर्ष 2011 की फिल्म ‘रा वन’ में शाहरुख खान ने गेम डिजायनर शेखर सुब्रमण्यम की भूमिका निभाई थी. जिसकी अचानक मौत हो जाती है. अपने बेटे के जिद करने पर शेखर ने मरने से पहले उसके लिए एक गेम लॉन्च किया था. इसके बाद फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है. फिल्म ने एक राष्ट्रीय पुरस्कार, एक फिल्मफेयर पुरस्कार और चार आईफा अवार्ड जीता था.

वर्ष 1995 की सुपरहिट फिल्म ‘करण-अर्जुन’ में शाहरुख खान और सलमान खान ने करण और अर्जुन नामक मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म में राखी, ममता कुलकर्णी और काजोल ने भी लीड रोल में थे. फिल्म में करण-अर्जुन की संपत्ति को हड़पने के लिए उन्हें जान से मार दिया जाता है. लेकिन उनकी मां राखी को लगता है कि वो दोनों जरूर लौट कर आयेंगे. दोनों का दोबारा जन्म होता है और दोनों गांव में अपने दुश्मनों से बदला लेने आते हैं. इस फिल्म का डायलॉग ‘मेरे करण अर्जुन आयेंगे’ आज भी फेमस है. इस फिल्म ने दो फिल्मफेयर अवार्ड जीता था.