मुंबई : फिल्मकार श्रीराम राघवन का कहना है कि मी टू अभियान को इस बात का श्रेय जाना चाहिये कि अब लोग महिलाओं के इर्द-गिर्द होने पर भी अपनी हदों में रहेंगे. राघवन का कहना है कि यह एक बहुत दिलचस्प घटना है और देश में भी इसकी शुरूआत हो चुकी है तथा समय के साथ इसमें और तेजी आएगी.
राघवन ने कहा, ‘‘कई साल पहले इसे तवज्जो नहीं दी जाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं रहा. जो चीजें हो रही है, वह जरूरी चीज है और इससे फिल्म उद्योग का भला होगा। इससे महिलाओं के साथ ऐसी चीजें करने वालों पर लगाम लगेगी.”
‘अंधाधुन’ फिल्म के निर्देशक के मुताबिक, सबसे जो महत्वपूर्ण है कि कई सारी महिलाएं सामने आ रही हैं लेकिन ये ऐसी कहानियां है जिसने उन सबको झकझोर डाला है. फिल्मकार ने कहा कि यौन दुराचार करने के आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू होने तक, ऐसे लोगों को परियोजना से बाहर भी किया जाने लगा है.
उन्होंने कहा, ‘‘जांच के बाद सत्य सामने आने तक, हॉलीवुड में कलाकारों को बदल दिया गया. यहां भी लोग उस तरह की उम्मीद कर रहे हैं। (प्रोजेक्ट से बाहर करने के अलावा) और क्या समाधान है. ”