नयी दिल्ली: गोविंदा और डेविड धवन की जोड़ी ने 90 के दशक में एक के बाद एक 15 हिट फिल्में दी थीं लेकिन अभिनेता इस बात को लेकर ‘आशंकित’ हैं कि वह अब आगे कभी निर्देशक के साथ काम कर पायेंगे. धवन ने वर्ष 1989 में फिल्म ‘ताकतवर’ से निर्देशन में कदम रखा था. इस फिल्म में गोविंदा नायक थे. निर्देशक-अभिनेता की इस जोड़ी ने ‘शोला और शबनम’, ‘हीरो नंबर 1′, ‘कुली नंबर 1′, ‘दूल्हे राजा’ और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं.
साल 2007 में आयी ‘पार्टनर’ इस जोड़ी की आखिरी फिल्म थी. 54 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि उन्होंने एक फिल्म के सिलसिले में धवन से संपर्क किया था लेकिन उनके नकारात्मक जवाब से उन्हें काफी ‘‘दुख” पहुंचा.
गोविंदा ने कहा, ‘‘मुझे आशंका है कि अब मैं कभी डेविड धवन के साथ काम कर पाऊंगा. कारण यह है कि उन्होंने एक फिल्म बनाई, जिसका नाम है ‘चश्मे बद्दूर’. मैंने उन्हें इसका विषय सुनाया था. (लेकिन) उन्होंने किसी और के साथ फिल्म बनानी शुरू कर दी. जब मुझे यह पता चला तो मैं हैरान हुआ. मैंने उन्हें फोन किया और कहा, ‘डेविड मैं वाकई चाहता हूं कि हम अपनी 18वीं या 19वीं फिल्म साथ करें’. लेकिन उन्होंने पलटकर कभी मुझे फोन नहीं किया.”
गोविंदा ने कहा, ‘इसके बाद मेरे सेक्रेटरी ने उन्हें एक फिल्म की पेशकश की, जिसपर डेविड ने बड़ा रुखा जवाब देते हुए कहा, ‘गोविंदा से कहो कि उसने बहुत सवाल करना शुरू कर दिया है. फिल्म में चाहे उसे जो भूमिका दी जा रही हो, उसे बस वही करना चाहिए.’ इससे मैं बहुत आहत हुआ. यकीनन उनका बेटा भी उनसे सवाल करता होगा. शायद उन्होंने यह कभी नहीं उम्मीद की होगी कि एक दिन मैं इस मुकाम पर पहुंचूंगा या मैं आगे बढूंगा या फिर सांसद बनने के बाद मैं फिल्मों में वापसी करूंगा.”
अभिनेता ने बताया कि उन्होंने धवन को यह सूचित करने के लिये फोन किया था कि अगर वे वर्ष 2010 तक साथ काम नहीं करते हैं तो वह उनके साथ कभी काम नहीं करेंगे. गोविंदा ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे बड़े हल्के में लिया. वर्ष 2009 के आखिर में मैं और मेरी पत्नी किसी कार्यक्रम में थे तब उसने (मेरी पत्नी ने) मुझे बताया कि डेविड का फोन आ रहा है.
मैंने अपनी पत्नी से यही कहा, ‘अब मैं उसके (डेविड) पास नहीं जाऊंगा.’ मैंने उनके साथ काफी सफलता देखी है और मेरा मानना है कि उन सफलताओं के लिये हमें हमेशा ईश्वर का आभारी होना चाहिए.”
गोविंदा ने कहा कि उन्होंने कभी भी धवन की सफलता के लिये श्रेय नहीं लिया बल्कि यही माना कि दोनों ने एक दूसरे के कॅरियर में योगदान किया है. उन्होंने कहा, ‘‘यह श्रेय लेने या अपमानित करने के बारे में नहीं है. यहां एक मौलिक प्रणाली है और किसी को भी इसका अनादर नहीं करना चाहिए. मैं इस फिल्म उद्योग में 23 नये निर्देशकों को लाया और वह भी उनमें से एक हैं. यह कोई गर्व का मुद्दा नहीं है. लेकिन मेरा मानना है कि यह वक्त है जो आपको सफल बनाता है और मैं इस तथ्य का बहुत सम्मान करता हूं.’
अभिनेता ने कहा कि वह धवन के साथ तभी काम करेंगे जब वह उन्हें किसी फिल्म की पेशकश करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार सहित हर कोई यह चाहता है कि हम दोनों साथ आयें. उन्होंने कहा, ‘हमने साथ में जिस तरह की फिल्में की हैं, सभी ने उन्हें पसंद किया. मेरा परिवार मुझसे कहता है कि आप उनके साथ काम नहीं करके खुद को क्यों छिपा रहे हैं. लेकिन मेरा मानना है कि अब आगे बढ़ने का सही समय आ गया है.’ गोविंदा की अगली फिल्म ‘फ्राईडे’ है.यह फिल्म 3 अक्तूबर को रिलीज होने वाली है.