Bhojpuri: 14 नवंबर को बिहार चुनाव 2025 समाप्त हुआ, जिसमें एनडीए ने प्रचंड बहुमत हासिल किया. इसी बीच छपरा सीट से आरजेडी के उम्मीदवार और भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव चुनाव हारने के बाद अब बिल्कुल अलग सुर में नजर आ रहे हैं. लगभग 8 हजार वोटों से मिली हार के बाद वह कह रहे हैं कि वे कभी नेता बनना ही नहीं चाहते थे और राजनीति उनकी दुनिया से बिल्कुल अलग है. आइए बताते हैं पूरी बात.
खेसारी लाल यादव: “मैं नेता बनना ही नहीं चाहता था”
खेसारी लाल यादव चुनाव ने प्रचार के दौरान छपरा में जमकर मेहनत की. उन्होंने घर-घर जाकर जनता का समर्थन मांगा, बड़े पैमाने पर रोड शो और रैलियां कीं और अपने बयानों से कई भोजपुरी कलाकारों के साथ विवादों में भी आए. इसके बावजूद जनता ने उन्हें जीत नहीं दिलाई.
अब एक निजी चैनल से बातचीत में खेसारी ने खुलकर कहा, “मैं नेता बनना ही नहीं चाहता था. शुरू से ही चुनाव लड़ने के खिलाफ था. सच कहूं तो राजनीति में आना ही नहीं चाहता था. मैं कभी नेता बन ही नहीं सकता क्योंकि मैं दिमाग से नहीं, दिल से सोचने वाला इंसान हूं और दिल से सोचने वाले लोग राजनीति जैसी जगह पर नहीं रह सकते.”
“मैं हमेशा एक बेटे की तरह रहना चाहता था”
बता दें कि हार के बाद खेसारी इमोशनल हो गए थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने जनता के प्रति आभार जताते हुए कहा, “मैं हमेशा एक बेटे की तरह आप सबके बीच रहना चाहता था और आगे भी रहूंगा. मेरी टीम और मेरे सभी लोगों ने पूरी मेहनत की. जीत-हार अपनी जगह है, लेकिन मेरे दिल और ज़ुबान पर आप सभी के लिए हमेशा सम्मान रहेगा.”

