26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पटना में हुआ भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन परीक्षण केंद्र का उद्घाटन, जानें क्या है खासियत

Education News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना शहर के कुम्हरार में 261 करोड़ की लागत से बने देश के सबसे बड़े परीक्षा केंद्रों में से एक 'बापू परकिशा परिसर' (बापू परीक्षा परिसर) का उद्घाटन किया.

Education News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना शहर के कुम्हरार में 261 करोड़ की लागत से बने देश के सबसे बड़े परीक्षा केंद्रों में से एक ‘बापू परकिशा परिसर’ (बापू परीक्षा परिसर) का उद्घाटन किया. इस परीक्षा भवन में 16 हजार से अधिक अभ्यर्थी ऑफलाइन और ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं.

एक साथ 13048 अभ्यर्थी दे सकेंगे परीक्षा

इस परीक्षा भवन में जहां 13048 अभ्यर्थी ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे, वहीं 3584 अभ्यर्थी एक साथ ऑनलाइन परीक्षा दे सकेंगे. परीक्षा परिसर में वर्तमान में दो पांच मंजिला ब्लॉक हैं. जल्द ही तीसरे का निर्माण होने की उम्मीद है, जिससे बैठने की क्षमता बढ़कर 20,000 हो जाएगी.

Bapu Exam Complex: बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं की सुविधा

पटना के इस परीक्षा केंद्र में बीएसईबी मैट्रिक और इंटर के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी. फिलहाल ए और बी टावर बन चुके हैं. तीसरा टावर यानी ब्लॉक सी बनाने की भी योजना है. बापू परीक्षा परिसर में सेंसर के जरिए लाइट ऑन-ऑफ करने की सुविधा है. उदाहरण के तौर पर अगर कोई परीक्षा केंद्र के हॉल में प्रवेश करता है तो लाइट अपने आप चालू हो जाएगी. जैसे ही व्यक्ति कमरे से बाहर निकलेगा लाइट बंद हो जाएगी. बिजली की बर्बादी रोकने के लिए यह सुविधा दी गई है.

परीक्षा केंद्र आवश्यक सुविधाओं और एस्केलेटर से सुसज्जित

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 5 मंजिल का परीक्षा केंद्र सुविधाजनक पहुंच के लिए एस्केलेटर से सुसज्जित है. यह इमारत सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए सौर पैनलों से भी सुसज्जित है. इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान किए गए हैं कि परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पीने का पानी और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों. मुख्यमंत्री ने निकट भविष्य में 29 जिलों में परीक्षा भवन स्थापित करने की योजना की भी घोषणा की.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) के लिए एकीकृत मंच

इन पहलों के अलावा, बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड की सभी सेवाओं के लिए एक एकीकृत मंच स्थापित करने की भी योजना है. भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) पर आधारित एक ऑनलाइन संबद्धता और निरीक्षण प्रणाली, इंटरमीडिएट और मैट्रिक स्तर की शिक्षा प्रदान करने वाले स्कूलों के लिए लागू की जाएगी. इसके अलावा, फॉर्म भरने और डेटा सैनिटाइजेशन के लिए एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित प्रक्रिया को सभी बीएसईबी परीक्षाओं में एकीकृत किया जाएगा. एक व्यापक ट्रैकिंग प्रणाली के माध्यम से उन्नत परीक्षा निगरानी की भी सुविधा होगी.

बापू परीक्षा परिसर के उद्घाटन के अवसर पर कौन उपस्थित थे?

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव के सिद्धार्थ, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि सहित विभिन्न विभागों के कई पदाधिकारी उपस्थित थे. बापू परीक्षा परिसर के उद्घाटन से पहले मुख्यमंत्री ने परिसर में पौधारोपण भी किया.

इंजीनियरिंग- मेडिकल की मुफ्त कोचिंग

मुख्यमंत्री ने बिहार बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों के लिए इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की भी शुरुआत की. बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड द्वारा पटना प्रमंडल में निःशुल्क आवासीय कोचिंग और शेष आठ प्रमंडलीय मुख्यालयों में निःशुल्क गैर आवासीय कोचिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गयी.

हर दिन हो सकेगी परीक्षा

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भवन में हर दिन परीक्षा हो सकती है. हमारी इच्छा के अनुसार यहां पर भवन बन गया है, इससे मुझे खुशी है. हमने ही कहा था कि इस भवन का नामकरण बापू के नाम पर कीजिए. बापू के नाम पर ही इसका नामकरण बापू परीक्षा परिसर किया गया है, यह बहुत खुशी की बात है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की विभिन्न योजनाओं का भी शुभारंभ किया. बापू परीक्षा परिसर का निर्माण परीक्षा व्यवस्था को और उत्कृष्ट बनाने के लिए किया गया है. आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस परीक्षा केंद्र में ऐसी व्यवस्था की गई है कि विभिन्न परीक्षाओं के संचालन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो.

दूसरे चरण में राज्य के 29 जिलों में परीक्षा भवन और 38 जिलों में वज्रगृह की होगी स्थापना

मुख्यमंत्री ने दूसरे चरण की कार्य योजना की शुरुआत की. दूसरे चरण के सुधारों की कार्य योजना के तहत राज्य के शेष सभी 29 जिलों में परीक्षा भवनों की स्थापना और राज्य के सभी 38 जिलों में वज्रगृहों की स्थापना की जाएगी. राज्य के सभी नौ प्रमंडलों में कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों-सह- कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जायेगी. राज्य के सभी मैट्रिक एवं इंटर शिक्षण संस्थानों में प्रति माह एसेसमेंट सिस्टम की शुरुआत होगी. साथ ही राज्य के सभी इंटर एवं मैट्रिक शिक्षण संस्थानों में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की भी स्थापना की जायेगी.

सिंगल विंडो सिस्टम की होगी व्यवस्था

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी प्रकार की सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की जायेगी. नये इंटर एवं मैट्रिक स्तरीय शिक्षण संस्थानों के लिए जीआईएस बेस्ड ऑनलाइन एफलिएशन एंड इंस्पेक्शन सिस्टम की व्यवस्था होगी. साथ ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी परीक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित फॉर्म भरने की प्रक्रिया एवं आर्टिफिशियल बेस्ड डेटा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था होगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी परीक्षाओं में आरएफआईडी बेस्ड सिक्यूरिटी एवं ट्रैकिंग सिस्टम की व्यवस्था होगी.

Also Read: UPSC CSE Mains 2023: 15 सितंबर से परीक्षा शुरू, जानें कैसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
Also Read: नॉर्दर्न रेलवे में सीनियर टेक्निकल एसोसिएट की 93 वेकेंसी, 28 अगस्त कर सकते हैं आवेदन

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें