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LIC Investment Portfolio: एलआईसी की शेयर बाजार में बढ़ी पकड़, पाई-पाई जोड़कर बनी 55 लाख करोड़ की संपत्ति

LIC Investment Portfolio: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ऐसे ही भारत का सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक नहीं है. वह जनता के पैसों से पाई-पाई जोड़कर करीब 55 लाख करोड़ रुपये की संपत्तियों का प्रबंधन करता है, जिसमें 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक शेयरों में निवेश है. पिछले 10 वर्षों में एलआईसी का इक्विटी निवेश 10 गुना बढ़ा है. इसके टॉप 50 निवेशों में 80% पैसा और 29% बीएफएसआई सेक्टर में लगाया गया है. एलआईसी की दीर्घकालिक निवेश रणनीति इसकी सबसे बड़ी ताकत मानी जाती है.

LIC Investment Portfolio: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) केवल भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी ही नहीं है, बल्कि सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक भी है. यह जनता के पैसों से लगभग 55 लाख करोड़ रुपये की संपत्तियों का प्रबंधन करता है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा (15 लाख करोड़ रुपये से अधिक) इक्विटी यानी शेयर बाजार में लगाया गया है. बाकी पूंजी सुरक्षित और लंबी अवधि वाले सरकारी बॉन्ड, डेट इंस्ट्रूमेंट्स और दूसरी योजनाओं में निवेश की जाती है.

पिछले दशक में शेयर निवेश में 10 गुना तेजी

एलआईसी का शेयर बाजार में निवेश पिछले 10 सालों में अविश्वसनीय गति से बढ़ा है. 2014 में एलआईसी ने करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये के शेयरों में निवेश किया था. यह रकम 2020 तक बढ़कर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये हो गई. यानी सिर्फ पांच वर्षों में 5 गुना उछाल दर्ज किया गया. अब 2024–25 तक आते-आते एलआईसी का कुल इक्विटी निवेश लगभग 10 गुना बढ़ चुका है. यह तेजी सामान्य परिस्थितियों में नहीं होती, जो यह संकेत देती है कि एलआईसी ने पिछले वर्षों में बहुत सोच-समझकर और रणनीतिक दृष्टि के साथ निवेश किया है.

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लॉन्ग-टर्म निवेश रणनीति बनी बड़ी ताकत

एलआईसी की सबसे बड़ी ताकत उसकी दीर्घकालिक (लॉन्ग-टर्म) निवेश नीति है. यह कंपनी मार्केट के उतार-चढ़ाव से घबराकर आनन-फानन में निर्णय नहीं लेती, बल्कि समय के साथ स्थिर और गहरे निवेश करती है. यही वजह है कि बीते दशक में साझा बाजार की अस्थिरताओं के बावजूद एलआईसी ने मजबूत रिटर्न हासिल किए और अपनी पकड़ में निरंतर विस्तार किया.

टॉप 50 कंपनियों में लगे निवेश का 80% हिस्सा

एलआईसी के शेयर निवेश का करीब 80% हिस्सा उसकी टॉप 50 कंपनियों में लगा हुआ है. इन कंपनियों में निवेश का विश्लेषण एक महत्वपूर्ण ट्रेंड दिखाता है. इसका करीब 29% निवेश बीएफएसआई सेक्टर में है. बीएफएसआई यानी बैंकिंग, फाइनेंस, सर्विस और इंश्योरेंस एलआईसी का सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद निवेश क्षेत्र माना जाता है. इस क्षेत्र में स्थिरता, उच्च नकदी प्रवाह और मजबूत बैलेंस शीट एलआईसी को आकर्षित करती है.

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क्यों एलआईसी का पोर्टफोलियो इतना मजबूत माना जाता है?

  • लार्ज-कैप कंपनियों में भारी निवेश
  • जोखिम विभाजन की मजबूत रणनीति
  • सरकारी समर्थन और विश्वसनीयता
  • लंबी अवधि पर फोकस जिससे मार्केट उतार-चढ़ाव का असर कम होता है.

एलआईसी आने वाले वर्षों में भी लंबी अवधि वाले निवेश और इक्विटी मार्केट में संतुलित विस्तार पर जोर देती रहेगी.

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Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
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कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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