Jio Coin: भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन की दुनिया में कदम रखते हुए अपनी नई डिजिटल करेंसी जियो कॉइन (Jio Coin) लॉन्च की है. यह टोकन पॉलीगॉन (Polygon) ब्लॉकचेन पर आधारित है और इसे एक इनाम-आधारित डिजिटल करेंसी के रूप में पेश किया गया है. जियो कॉइन का उद्देश्य डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना और उपयोगकर्ताओं को उनके इंटरनेट इस्तेमाल के बदले पुरस्कृत करना है. आइए जानते हैं, जियो कॉइन कैसे काम करता है, इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है और इसका भविष्य क्या है.
जियो कॉइन का उद्देश्य और काम करने का तरीका
जियो कॉइन एक रिवॉर्ड टोकन है जो पॉलीगॉन ब्लॉकचेन पर काम करता है. इसे उपयोगकर्ता JioSphere ब्राउज़र के जरिए कमा सकते हैं. जब कोई यूजर JioSphere ब्राउज़र का इस्तेमाल करता है, तो उसे इंटरनेट ब्राउज़िंग के बदले जियो कॉइन के रूप में इनाम मिलता है. इस टोकन का उपयोग रिलायंस के इकोसिस्टम में कई सेवाओं के लिए किया जा सकता है:
- मोबाइल रिचार्ज: जियो नंबर पर रिचार्ज के लिए इस्तेमाल.
- शॉपिंग: रिलायंस स्टोर्स और जियोमार्ट पर खरीदारी.
- विशेष सुविधाएं: रिलायंस गैस स्टेशन और अन्य सेवाओं पर छूट.
कैसे खरीदें Jio Coin?
फिलहाल जियो कॉइन को सीधे खरीदा नहीं जा सकता है. इसे केवल JioSphere ब्राउज़र का इस्तेमाल करके अर्जित किया जा सकता है. जियो कॉइन कमाने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें.
- JioSphere ब्राउज़र डाउनलोड करें: अपने Android या iOS डिवाइस पर ऐप इंस्टॉल करें.
- Jio नंबर से साइन अप करें: अपने जियो मोबाइल नंबर से लॉगिन करें.
- ब्राउज़िंग करें और कमाएं: ब्राउज़र के माध्यम से जितनी अधिक ब्राउज़िंग करेंगे, उतने अधिक जियो कॉइन प्राप्त होंगे.
हालांकि, जल्द ही इसे MyJio ऐप, Zebpay, और Koinex जैसे क्रिप्टो एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकेगा.
जियो कॉइन की अनुमानित कीमत
जियो कॉइन की आधिकारिक कीमत का खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन क्रिप्टो एक्सपर्ट्स के अनुसार इसका शुरुआती मूल्य लगभग $0.5 (₹43.30) प्रति टोकन हो सकता है. जियो की सेवाओं और इकोसिस्टम में इसकी मांग बढ़ने के साथ इसकी कीमत में वृद्धि की संभावना है. उपयोगकर्ता इसे न केवल ट्रेडिंग के लिए बल्कि रियल-वर्ल्ड उपयोग के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
जियो कॉइन और Web3 का भविष्य
जियो कॉइन, भारत में Web3 तकनीक के विस्तार में अहम भूमिका निभा सकता है. रिलायंस जियो के 450 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं, जो जियो कॉइन के जरिए ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जागरूक हो सकते हैं. यह भारत में डिजिटल मुद्राओं के लिए एक नया बाजार खोल सकता है और अन्य भारतीय कंपनियों को भी Web3 तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करेगा.
पॉलीगॉन और एथेरियम के लिए संभावनाएं
जियो कॉइन, पॉलीगॉन ब्लॉकचेन पर आधारित है, जो एथेरियम (Ethereum) के साथ काम करता है. यह साझेदारी तीन बड़े फायदों के लिए जानी जा सकती है.
जियो को स्केलेबल इंफ्रास्ट्रक्चर: पॉलीगॉन की मदद से तेज और किफायती ट्रांजैक्शन.
पॉलीगॉन के लिए बढ़ती गतिविधि: जियो के करोड़ों यूजर्स पॉलीगॉन ब्लॉकचेन पर एक्टिविटी बढ़ाएंगे.
एथेरियम इकोसिस्टम को मजबूती: एथेरियम पर आधारित पॉलीगॉन का विस्तार होगा.
जियो कॉइन सिर्फ एक क्रिप्टोकरेंसी नहीं, बल्कि एक इनोवेटिव रिवॉर्ड सिस्टम है, जो भारतीय यूजर्स को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ने का काम करेगा. रिलायंस जियो के विशाल नेटवर्क, पॉलीगॉन ब्लॉकचेन की तकनीक और वेब3 के भविष्य के साथ, जियो कॉइन एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है. हालांकि, निवेश करने से पहले बाजार की स्थितियों और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े जोखिमों को समझना जरूरी है. जियो कॉइन की यात्रा पर नजर रखें, क्योंकि यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है.
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