Hindenburg Adani News: भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास रहा. दरअसल, शुक्रवार को गौतम अडानी से जुड़ी लगातार कई बुरी खबरें आईं. हालांकि, इस बीच आई एक अच्छी खबर का असर अडाणी समूह के शेयरों पर देखने को मिला और ग्रुप के कुछ शेयर हरे निशान में बंद हुए.
बताते चलें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से गौतम अडाणी का पूरा साम्राज्य हिलता हुआ दिख रहा है. देश और दुनिया में इस वक्त सिर्फ अडाणी ग्रुप और उनके शेयरों की चर्चा हो रही है. महज दस दिन पहले गौतम अडाणी दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स थे. हालांकि, अब अडाणी ग्रुप के शेयर लगातार औंधे मुंह गिरते जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक, अडाणी को 10 दिन में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है. हालांकि, इन सबके बीच एक अच्छी खबर ने अडाणी समूह के पक्ष सारा माहौल बदल दिया.
बताते चलें, बजट सत्र के दौरान बीते दो दिनों से अडाणी के मुद्दे पर संसद ठप हैं. इस कारण बजट पर चर्चा नहीं हुई हैं. विपक्ष अडाणी मामले में लगातार जेपीसी गठित करने की मांग पर अड़ा है. जिसका असर स्टॉक मार्केट में अडाणी के शेयर पर दिखा और ग्रुप के शेयर लुढ़क रहे है.
अमेरिका की स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस से शुक्रवार की सुबह में अडाणी ग्रुप के लिए बुरी खबर सामने आई. दरअसल, डाउ जोंस के सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से अडाणी एंटरप्राइजेज को बाहर कर दिया है. खबर के सामने आते ही अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 35 फीसदी तक की गिरावट देखी गई. हालांकि, कारोबार में अंत में केवल दो फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही अडाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट का सिलसिला जारी है. 24 जनवरी को अडाणी एंटरप्राइजेज का जो शेयर 3,442 रुपये का था, वो 3 फरवरी को गिरकर 1530 रुपये पर पहुंच गया. वहीं, अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर जो 24 जनवरी को 2,762 रुपये का था, वो 3 फरवरी को 1396 रुपये आ गया, यानी 50 फीसदी गिरावट दर्ज की गई. जबकि, अडाणी पोर्ट्स का शेयर भी 24 जनवरी को 751 रुपये के मुकाबले शुक्रवार को 488 रुपये पर बंद हुआ. लगातार 7 दिन से चल रही गिरावट के बीच अडाणी ग्रुप कंपनियों के मार्केट कैप में करीब 9 लाख करोड़ की कमी आई है.
अडाणी ग्रुप की कंपनियों को एसबीआई समेत देश के कई बैंकों ने 81,200 करोड़ रुपये लोन दिया है. आरबीआई को एसबीआई ने बताया है कि उसने अडाणी ग्रुप को 23,000 करोड़ रुपये लोन दिया है. वहीं, पीएनबी ने बताया है कि उसने ग्रुप को 7000 करोड़ का लोन दिया है. एसबीआई के चेयरमैन ने कहा कि अडाणी ग्रुप को दिये लोन को लेकर लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. वहीं, आरबीआई ने देश के सभी बैंकों से अडाणी ग्रुप को दिए कर्ज और निवेश का ब्योरा मांगा है.
एलआईसी ने अडाणी ग्रुप के बॉन्ड और इक्विटी ने 36.474.78 करोड़ रुपये निवेश किया है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले इस निवेश की वैल्यू डबल यानी 77,000 करोड़ रुपये थी. हालांकि, एलआईसी का कहना है कि अडानी ग्रुप में मचे कोहराम से उनपर कोई असर नहीं पड़ेगा.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने दुनिया में अरबपतियों की लिस्ट में दो नंबर तक पहुंचे गौतम अडाणी को 21वें पायदान पर पहुंचा दिया. इस वक्त फॉर्ब्स की रियल टाइम रेटिंग में अडानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 17वें पायदान पर खड़े हैं. उनकी नेटवर्थ 61.9 अरब डॉलर पर पहुंच चुकी है. जबकि, इससे पहले ब्लूमबर्ग की बिलेनियर इंडेक्स में शुक्रवार की सुबह अडाणी को दुनिया के सबसे अमीर लोगों की 21वें नंबर तक खिसका दिया. इस साल अडाणी 48.5 अरब डॉलर की नेटवर्थ गंवा चुके हैं.
एनएसई ने अडाणी ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स लिस्ट में शामिल किया है. इनमें अडानी पोर्ट, अडानी एंटरप्राइजेज, और अबुंजा सीमेंट शामिल है. इसका लक्ष्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना है.
वहीं, इस मामले में रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि अडाणी ग्रुप की नकदी की स्थिति का आंकलन किया जाएगा. अभी उनके लिए फंड जुटाना मुश्किल होगा. जबकि इससे पहले स्विट्जरलैंड की कंपनी क्रेडिट सुईस ने मार्जिन कर्ज देने के लिए समूह के बॉन्ड को गारंटी के रूप में स्वीकारना बंद कर दिया. सिटी ग्रुप ने भी कंपनी की लैंडिंग वैल्यू हटा दी.
बांग्लादेश सरकार ने अडाणी ग्रुप के साथ एनर्जी सेक्टर में डील में संशोधन की मांग की है. बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने गुरुवार को अडाणी पावर को चिट्ठी लिखी. इसमें बिजली खरीदी की कीमतों में बदलाव करने की मांग की है. BPDC का कहना है कि उसे महंगी दर पर बिजली मिल रही है.
इन सबके बीच, शुक्रवार को अडाणी ग्रुप को फिच रेटिंग्स से खुशखबरी मिली. फिच रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अडाणी ग्रुप की कंपनियों या सिक्योरिटीज की रेटिंग पर तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा. फिच रेटिंग ये भी कहती है कि उसे उम्मीद है कि अडाणी ग्रुप के कैश फ्लो के पूर्वानुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. शॉर्ट टर्म में कोई बड़ी ऑफशोर बॉन्ड मैच्योरिटी नहीं है. जिसके बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों की चाल बदल गई. अडाणी पोर्ट और अम्बुजा सीमेंट के शेयर हरे निशान में बंद हुए. जबकि, अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में जोरदार रिकवरी देखने को मिली.