14.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

भूलकर भी न करें इन लिंक्स पर क्लिक, नहीं तो हो जायेंगे कंगाल, एसबीआई ने अपने ग्राहकों को किया अलर्ट

नयी दिल्ली : कोरोना काल में आर्थिक परेशानी झेल रहे लोगों के लिए साइबर अपराधी (Cyber Criminal) एक अलग चिंता का कारण बने हुए है. ये साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं और लोगों से रुपये ठग रहे हैं. लॉकडाउन में ज्यादातर लोग ऑनलाइन बैंकिंग को तरजीह दे रहे हैं, ऐसे में साइबर अपराधियों का शिकार बनने की संभावना भी बढ़ जाती है. देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए चेतावनी जारी की है.

नयी दिल्ली : कोरोना काल में आर्थिक परेशानी झेल रहे लोगों के लिए साइबर अपराधी (Cyber Criminal) एक अलग चिंता का कारण बने हुए है. ये साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं और लोगों से रुपये ठग रहे हैं. लॉकडाउन में ज्यादातर लोग ऑनलाइन बैंकिंग को तरजीह दे रहे हैं, ऐसे में साइबर अपराधियों का शिकार बनने की संभावना भी बढ़ जाती है. देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए चेतावनी जारी की है.

एसबीआई ने कहा कि अगर आपके इनबॉक्स में लुभावने वादे करने वाले कोई लिंक आ रहे हैं तो आप भूलकर भी इस पर क्लिक न करें. ऐसा करने से आपके जीवन भर की कमाई कुछ ही पल में धोखे से ठग ली जायेगी. किसी भी प्रकार के लिंक पर क्लिक करने से पहले कई बार सोच लें. एसबीआई ने कहा कि प्रलोभन में न आएं मुफ्त उपहार का लालच देने वाले फिशिंग लिंकों से सावधान रहें.

एसबीआई ने थिंक बिफोर यू क्लिक, स्टे अलर्ट, स्टे सेफ और साइबर सेफ्टी हैच टैग के साथ यह सूचना ट्वीट की है. बता दें कि साइबर अपराधी आजकल लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए फिशिंग लिंक का इस्तेमाल करते हैं. इस लिंक पर क्लिक करते ही आपकी महत्वपूर्ण जानकारी इस लिंक को भेजने वाले के पास चली जाती है और आपके खाते से सारे पैसे उड़ा लिये जाते हैं.

Also Read: SBI ने अपने कस्टमर्स को किया आगाह : 30 जून से पहले कर लें ये काम, वर्ना उठाना पड़ सकता है बड़ा नुकसान
क्या होता है फिशिंग अटैक

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि फिशिंग का मतलब मछली फंसाने से है. कोई भी वैसा लिंक या अटैचमेंट फिशिंग अटैक की श्रेणी में आता है जिसके माध्यम से यूजर्स की जानकारी चुरायी जाती है. साइबर अपराधी अब इसी प्रकार के लिंक और अटैचमेंट का इस्तेमाल कर लोगों की नीजि जानकारियां चुराते हैं और इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए करते हैं.

साइबर अपराधी या हैकर्स लोगों को इनबॉक्स में ये लिंक भेजते हैं और इसके साथ प्रलोभन वाला कोई मैसेज भेजते हैं. प्रलोभन में आकर जो भी व्यक्ति इस लिंक या अटैचमेंट को क्लिक करता है उस यूजर की नीजि जानकारी जैसे ई मेल आईडी, पासवर्ड या बैंक डिटेल्स हैक कर ली जाती है. इसकी मदद से अपराधी यूजर के खाते से पैसे उड़ा लेते हैं.

Posted By: Amlesh Nandan.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel