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क्या आपकी हेल्थ पॉलिसी कैंसर और स्ट्रोक कवर करती है? गंभीर बीमारी से पहले ये जरूर जांचें

Critical Illness Insurance: तेज रफ्तार लाइफस्टाइल में गंभीर बीमारियों का खतरा हर उम्र में बढ़ रहा है. सामान्य हेल्थ इंश्योरेंस के साथ क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस जरूरी सुरक्षा देता है, जो बीमारी के निदान पर एकमुश्त राशि देकर इलाज, रिकवरी और आय के नुकसान से राहत पहुंचाता है.

Critical Illness Insurance: आज की तेज रफ्तार जीवनशैली और लगातार बढ़ते स्वास्थ्य जोखिमों के बीच केवल सामान्य हेल्थ इंश्योरेंस अब पर्याप्त नहीं रह गया है. गंभीर बीमारियों का इलाज अक्सर लंबा और महंगा होता है, वहीं इलाज के बाद रिकवरी और जीवनशैली में जरूरी बदलाव भी अतिरिक्त खर्च बढ़ा देते हैं. ऐसे हालात में क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस एक मजबूत वित्तीय सहारा बनकर सामने आता है. आइए इसे विस्तार से समझते हैं.

क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस क्या है?

क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस एक विशेष हेल्थ इंश्योरेंस योजना है, जिसमें पॉलिसीधारक को तय गंभीर बीमारी का निदान होते ही एकमुश्त राशि (Lump Sum) मिलती है. इसमें हार्ट अटैक, कैंसर, ब्रेन स्ट्रोक, किडनी फेल्योर, प्रमुख अंग प्रत्यारोपण जैसी गंभीर बीमारियां शामिल होती हैं.
जहां सामान्य हेल्थ इंश्योरेंस केवल अस्पताल में भर्ती और इलाज का खर्च उठाता है, वहीं क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी से मिलने वाली नकद राशि का उपयोग इलाज के अलावा दवाइयों, रिकवरी, वैकल्पिक इलाज, और आमदनी के नुकसान की भरपाई में भी किया जा सकता है.

2025 में क्रिटिकल इलनेस कवर में क्या बदला है?

2025 में बाजार में आने वाली नई क्रिटिकल इलनेस पॉलिसियां पहले से ज्यादा व्यापक और लचीली हो गई हैं. अब बीमा कंपनियां शुरुआती स्टेज के कैंसर, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, गंभीर सांस संबंधी बीमारियों जैसे भी कवर देने लगी हैं. इसके अलावा, मेडिकल साइंस में प्रगति को देखते हुए कुछ बीमाकर्ता जेनेटिक बीमारियों और दुर्लभ रोगों (Rare Diseases) को भी कवर में शामिल कर रहे हैं, जो पहले संभव नहीं था.

एक से ज्यादा बीमारियों पर भी मिल सकता है कवरेज

नई पीढ़ी की क्रिटिकल इलनेस पॉलिसियों की एक बड़ी खासियत यह है कि अब पॉलिसी अवधि के दौरान एक से अधिक गंभीर बीमारियों पर भी पूरा कवरेज मिल सकता है. पहले अधिकतर योजनाएं एक बार क्लेम के बाद खत्म हो जाती थीं, लेकिन 2025 की कई योजनाएं मल्टीपल क्लेम की सुविधा देती हैं.

पॉलिसी लेने से पहले क्या रखें ध्यान में?

क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस खरीदते समय पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ना बेहद जरूरी है. इसमें कवर की गई बीमारियां, शर्तें, वेटिंग पीरियड और एक्सक्लूजन (किन बीमारियों पर कवर नहीं मिलेगा) स्पष्ट रूप से समझनी चाहिए. सही जानकारी के साथ ली गई पॉलिसी ही कठिन समय में वास्तविक मददगार साबित होती है.

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Abhishek Pandey
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