बीजिंग : चीन में नेपाल के राजदूत ने कहा है कि उनका देश चीनी निवेशकों को बडे पैमाने के निवेश के लिए ‘वरीयता’ देने की नीति की पेशकश कर रहा है. नेपाल की ओर से यह बात ऐसे समय कही गयी है, जब खुद चीन हिमालय की गोद में बसे इस देश के साथ अपना रणनीतिक संबंध गहरा करने का प्रयास कर रहा है.
नेपाल के राजदूत लीलामणि पौडियाल ने यहां कहा कि नेपाल चीन की उन कंपनियों को वरीयता देने की नीति की पेशकश करता है, जो देश में निवेश की इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि, नेपाल में सरकारी जमीन की कमी, बिजली की किल्लत, इंटरनेट की रफ्तार धीमी रहने और भाषा की बाधाओं से निवेशका काम चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. उन्होंने यहां एक संगोष्ठी में कहा कि चीनी उद्यमियों को नेपाल की इकाइयों को सेवाओं और उत्पादों के विकास में सहयोग करने, अपनी उत्पादन सुविधाओं को वहां ले जाने को प्रोत्साहित किया जाता है.
इसी संगोष्ठी में नेपाल के आर्थिक मामलों के मंत्री विनोद प्रसाद आचार्य ने कहा कि नेपाल सरकार उद्योग के वर्गीकरण और निवेश के इलाके आधार पर निवेशकों को कंपनी आयकर में अलग अलग प्रकार की रियायतें देने की पेशकश करती है.
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