नयी दिल्ली : देशभर में कोयला श्रमिकों की दो दिन पुरानी हड़ताल आज खत्म हो गई. सरकार और यूनियनों के बीच देर रात हुए समझौते के बाद यह हड़ताल समाप्त हो गई है.कोयला मंत्री पीयूष गोयल के साथ लंबी बैठक के बाद एटक नेता लखन लाल महतो ने कहा, ‘‘हड़ताल वापस ले ली गई है.’’
यह बैठक छह घंटे से अधिक चली. हडताल का आज दूसरा दिन था. हालांकि, उन्होंने सरकार और यूनियनों के बीच हुए समझौते के नियम व शर्तों का ब्यौरा साझा नहीं किया.
हड़ताल के मुद्दे पर कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने अपनी सफाई में कहा है कि सरकार की कोयला कंपनियों के निजीकरण की कोई योजना नहीं है और कोल इंडिया के कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाएगी.
इस हड़ताल का समाप्त होना बिजली क्षेत्र के लिए बडी राहत होगी जो कि कोयला आपूर्ति के संभावित संकट की ओर बढ रहा था.
इंडियन नेशनल माइनवर्कर्स फेडरेशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हड़ताल समाप्त हो गई है और सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया जा रहा है.
कोयला और उर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेड यूनियनों के नेताओं के साथ छह घंटे से अधिक समय तक चली मैराथन बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) के निजीकरण का कोई इरादा नहीं है. वर्तमान में और भविष्य में सीआइएल के कर्मचारियों के हितों को किसी भी तरह प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा. सीआइएल का स्वामित्व या प्रबंधन निजी हाथों में जाने को लेकर किसी तरह की आशंका की जरुरत नहीं है. सीआइएल के अध्यक्ष सुतीर्थ भट्टाचार्य ने भी कहा कि हड़ताल तत्काल प्रभाव से समाप्त हो गयी है.
अकेले कोल इंडिया देश की जरुरत का करीब 80 प्रतिशत कोयला उत्पादन करती है. गोयल ने यूनियन नेताओं को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी चिंताओं पर ध्यान देगी और एक संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में समिति का गठन करेगी जिसमें सभी पांचों ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि और सीआइएल तथा सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड के अधिकारी होंगे. गोयल के आश्वासन के बाद पांच दिन के लिए शुरु की गयी हडताल दूसरे दिन समाप्त हो गयी.
बैठक के बाद एटक नेता लखन लाल महतो ने कहा, हड़ताल वापस ले ली गई है. इंडियन नेशनल माइनवर्कर्स फेडरेशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने भी पुष्टि की कि हडताल समाप्त हो गई है. इस बीच झारखंड और पश्चिम बंगाल में कोयला मजदूरों और पुलिस के बीच झडप की खबरें आईं.
पिछली देर रात कोयला सचिव अनिल स्वरुप के साथ बातचीत से कोई सकारात्मक नतीजे नहीं निकलने पर यूनियन के नेताओं ने कहा था कि वे चाहते हैं कि बातचीत के लिए राजनीतिक नेतृत्व सामने आए. इसके बाद केंद्रीय मंत्री गोयल और कोल इंडिया चेयरमैन भट्टाचार्य ने हड़ताल खत्म करने के लिए एक सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने के लिहाज से आज ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की.
कोल इंडिया आज केवल करीब 2 लाख टन कोयले का उत्पादन कर सकी, जबकि कल उत्पादन 2.2 लाख टन रहा था. सिंगरेनी कोलियरीज की खानों में भी उत्पादन प्रभावित हुआ जहां एक दिन में करीब एक लाख टन कोयले का उत्पादन होता है.