नयी दिल्लीः भारत सरकार सात साल में पहली बार डीजल के दाम कम करने की सोच रही है. ऐसा इसलिए हो सकेगा क्योंकि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमत पहली बार 100 डॉलर प्रति बैरल से कम हुई है.
अगर ऐसा होगा तो आमलोगों को महंगाई के राहत मिलेगी. खबर है कि डीजल की कीमत 50 पैसे प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत एक रुपया प्रति लीटर तक कम हो सकती है. इस संबंध में 15 सितंबर को ऑयल कंपनियों की आम बैठक होगी. अगर डीजल की कीमत में इस बार कमी आती है तो ये लगातार उसके मूल्य में चौथी कमी होगी.
अगर महंगाई कम होगी तो रिजर्व बैंक अगले पॉलिसी रिव्यू में ब्याज दर कम करेगा, जिससे अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधरने में मदद मिलेगी.सरकार डीजल को डिकंट्रोल करने की तैयार कर रही है. हालांकि उसकी कीमत में हर महीने होने वाली वृद्धि के कारण सब्सिडी काफी कम हो गयी है. निकट भविष्य में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
ऐसे में डीजलमूल्यों में कमी के चुनावी नफा-नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है. तेल के दामों की समीक्षा 15 सितंबर को होनी है. ज्ञात हो कि पिछले साल जून के बाद पहली बार तेल के दाम 100 डॉलर के नीचे आये हैं. चीन व अन्य देशों में तेल की मांग में कमी आने के कारण यह सस्ता हुआ है.