7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एक अरब के पार पहुंचा यूपीआइ का लेन-देन, 10 करोड़ यूजर्स जुड़े

सबसे तेज बढ़ने वाला ट्रांजैक्शन सिस्टम बना यूपीआइ भारत में लोग डिजिटल लेन-देन सेवा यूपीआइ यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआइ) सबसे तेजी से बढ़ने वाला सिस्टम बन गया है. तीन साल पहले लॉन्च हुए यूपीआइ के जरिये अक्तूबर माह में एक अरब लेन-देन हुए हैं. वहीं, पिछले महीने सितंबर में इसके जरिये 95.5 करोड़ का […]

सबसे तेज बढ़ने वाला ट्रांजैक्शन सिस्टम बना यूपीआइ

भारत में लोग डिजिटल लेन-देन सेवा यूपीआइ यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआइ) सबसे तेजी से बढ़ने वाला सिस्टम बन गया है. तीन साल पहले लॉन्च हुए यूपीआइ के जरिये अक्तूबर माह में एक अरब लेन-देन हुए हैं.

वहीं, पिछले महीने सितंबर में इसके जरिये 95.5 करोड़ का लेन-देन हुआ था. यूपीआइ से लेन-देन करने वाले यूजर्स की संख्या बढ़ कर 10 करोड़ हो गयी है. इससे साफ है कि भारतीय डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए यूपीआइ का काफी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करते हैं.

यूपीआइ एक अंतर बैंक फंड ट्रांसफर की सुविधा है, जिसके जरिये स्मार्टफोन पर फोन नंबर और वर्चुअल आइडी की मदद से पेमेंट की जा सकती है. यह इंटरनेट बैंक फंड ट्रांसफर के मैकेनिज्म पर काम करता है. विदेश जाने वाले भारतीय अब जल्द ही कई देशों में यूपीआइ के जरिये भुगतान कर सकेंगे.

विदेश जाने वाले भारतीय अब यूपीआइ के जरिये कर सकेंगे भुगतान

छह महीने के अंदर प्रयोग के तौर पर विदेशों में यूपीआइ की शुरुआत

नंदन निलेकणी की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने एनपीसीआइ को भारत के बाहर भी यूपीआइ, रुपे कार्ड और भीम जैसे पेमेंट सिस्टम का विस्तार करने का दिया था सुझाव

छह महीनों में प्रयोग के तौर पर संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर से होगी यूपीआइ की शुरुआत, संयुक्त अरब अमीरात पहले ही जारी हो चुका है रुपे कार्ड

सिंगापुर में हो चुकी है रुपे कार्ड की शुरुआत

सिंगापुर में पहले ही रुपे कार्ड की शुरुआत हो चुकी है. अब यहां यूपीआइ पर काम चल रहा है. डेबिट व क्रेडिट कार्ड की तरह ही, भारतीय संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर में यूपीआइ से भी पेमेंट कर सकेंगे. अगर इसका प्रयोग भारतीय यात्री देश से बाहर भी करते हैं, तो भारत में इसे और भी लोग अपनाएंगे.

पांच महीने में बढ़ गये 25 करोड़ यूजर

महीना लेनदेन (रुपये में) संख्या (लेनदेन की)

जून 1.46 लाख करोड़ 75.4 करोड़

जुलाई 1.51 लाख करोड़ 82.2 करोड़

अगस्त 1.54 लाख करोड़ 91.8 करोड़

सितंबर 1.61 लाख करोड़ 95.5 करोड़

अक्तूबर * 100 करोड़ से अधिक

* अक्तूबर महीने में लेन-देन के आंकड़े आने बाकी

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें