मुंबई : अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस कैपिटल की जापानी कंपनी को होने वाली शेयर बिक्री सितंबर के अंत तक पूरी हो जायेगी. इसके साथ ही, कंपनी म्यूचुअल फंड कारोबार से पूरी तरह बाहर हो जायेगी. रिलायंस निप्पोन लाइफ एसेट मैनेजमेंट के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. मुख्य कार्याधिकारी संदीप सिक्का ने कंपनी की वार्षिक आम बैठक में कहा कि इसके बाद कंपनी में निप्पोन लाइफ की हिस्सेदारी 75 फीसदी तक पहुंच जायेगी.
उन्होंने कहा कि भारत में कॉरपोरेट टैक्स में पिछले सप्ताह घोषित कटौती के बाद कंपनी को कमाई में 10 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है. कर्ज बोझ के संकट से जूझ रहे धीरू भाई अंबानी समूह ने म्यूचुअल फंड कारोबार से हटने का फैसला किया है, ताकि वह अपने कर्ज बोझ को कम कर सके. कंपनी के म्यूचुअल फंड कारोबार में प्रबंधन के अधीन संपत्ति वित्त वर्ष 2018- 19 में 2,340 अरब रुपये रही.
सिक्का ने कहा कि रिलायंस कैपिटल की निप्पोन लाइफ को होने वाली हिस्सेदारी बिक्री इस महीने के अंत तक पूरी हो जायेगी. उन्होंने कहा कि सौदा पूरा होने के बाद कंपनी के ब्रांड नाम में बदलाव होगा. हालांकि, उन्होंने नया ब्रांड नाम क्या होगा, इस बारे में कुछ नहीं बताया. उन्होंने कहा कि हालांकि, सौदे के बाद प्रबंधन टीम में कोई बदलाव नहीं होगा.
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